चाईबासा.
कोल्हान प्रमंडल मुख्यालय चाईबासा में दिनदहाड़े भीड़-भाड़ क्षेत्र में अपराधियों का दुस्साहस से शहरवासी दहशत में हैं. शहर में आये दिन झपटमारी और लूटपाट की घटनाओं से लोगों में खौफ बढ़ गया है. अपराधी वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो रहे हैं. ज्यादातर मामलों में पुलिस खाली हाथ है. सोमवार को अपराधी पैसों से भरा बैग लूटने के बाद हथियार लहराते हुए जुबिली तालाब रोड से भाग गये. खबर लिखे जाने तक पुलिस खाली हाथ थी. पुलिस शहर में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के दावे करती है, मगर हकीकत अलग है. पुलिस के 100 नंबर डायल व पीसीआर वाहन शहर में हर दिन दौड़ते हैं. इसके बावजूद अपराधियों में पुलिस का डर नहीं रह गया है.देर शाम तक थाने में थे पेट्रोल पंप के संचालक व कर्मी
हालांकि, घटना के बाद पुलिस अलर्ट है. लुटेरों की तलाश में जगह- जगह छापेमारी कर रही है. घटना के बाद शहर के विभिन्न इंट्री प्वाइंट पर पुलिस की तैनाती कर दी गयी. तांतनगर मार्ग के बरकुंडिया चौक के पास जांच की गयी. हालांकि, पुलिस को सफलता नहीं मिल पायी है. देर शाम तक पेट्रोल पंप के संचालक व कर्मी थाने में थे. पेट्रोल पंप के कर्मियों के अनुसार, डीजल- पेट्रोल की बिक्री से प्राप्त राशि को हर दिन बैंक में जमा कर दिया जाता था. हमेशा की तरह सोमवार को रुपये जमा करने के लिए बैंक गये थे. बैंक के अंदर दाखिल होने से पहले बाइक सवार युवकों ने लूट-पाट शुरू कर दी.
बैंक से 100 मीटर की दूरी पर है सदर थाना
सोमवार को बैंक ऑफ इंडिया के मेन गेट पर लूट हो गयी. लोगों का कहना है कि बैंक ऊपर चल्ले पर चलता है. नीचे सुरक्षा गार्ड नहीं रहता है. नीचें कई दुकानें हैं. दुकानों में लोगों की भीड़ रहती है. बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा सदर थाना से महज करीब 100 मीटर दूरी पर स्थित है. वहीं जैन मार्केट चौक पर लोगों की भीड़ रहती है. कभी-कभी चौक पर भीड़ को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती की जाती है. बड़ौदा बैंक से जैन मार्केट करीब 20 मीटर की दूरी पर है. जैन मार्केट से अमला टोला होकर रेलवे स्टेशन, राणी सती मंदिर से होकर खप्परसाई जाती है. बैंक से बाबा मंदिर होते हुए बांधपाड़ा, दुंबीसाई जाती है. वहीं कोर्ट रोड से होकर तांतनगर-भरभरिया जानेवाली सड़क है.
शहर की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल : राजकुमार
पश्चिमी सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के निवर्तमान अध्यक्ष राज कुमार ओझा ने कहा कि घटना से शहर के व्यापारी वर्ग और आम नागरिकों में गहरी चिंता और आक्रोश है. ऐसी घटनाओं से व्यवसायियों का मनोबल गिरता है. शहर की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल उठते हैं. इन लुटेरों को जल्द से जल्द पुलिस पकड़ कर करवाई करे. भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाना बेहद आवश्यक है. नियमित पुलिस पेट्रोलिंग और सुरक्षा इंतजामों के माध्यम से आम लोगों और व्यापारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

