बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने सीइओ को सौंपा पत्र परमिट-टोल और खर्च की अग्रिम भुगतान करने की मांग उप मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन (बीएमटीएफ) ने चुनावी कार्यों के लिए लिए गये वाहनों को बिना पूर्व सूचना व परमिट के दूसरे राज्यों में भेजे जाने पर कड़ा विरोध जताया है. अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह ने इस संबंध में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीइओ) को ज्ञापन सौंपा. इसमें वाहन मालिकों व ड्राइवरों के बीच अराजकता और असंतोष के माहौल की बात कही है. पत्र में समस्तीपुर का उदाहरण देते हुए बताया कि दो नवंबर को एक वाहन को चुनावी कार्य के लिए लिया गया. उसे छह नवंबर को रोसड़ा, फिर मधुबनी भेजा गया और अंततः 10 नवंबर को पुलिस बल द्वारा दूसरे राज्यों में जाने को कह दिया गया. आकस्मिक व अनियोजित कार्यभार के कारण अंतरराज्यीय आवाजाही के लिए परमिट, टोल टैक्स व डीजल के साथ ही स्टाफ के खर्च की व्यवस्था नहीं की गयी. इससे मालिकों व स्टाफ को काफी परेशानी उठानी पड़ी. फेडरेशन ने तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए अनुरोध किया है कि चुनाव आयोग अविलंब आवश्यक कानूनी परमिट जारी करें. रास्ते में पड़नेवाले टोल टैक्स की अग्रिम या प्रतिपूर्ति और डीजल, ड्राइवर एवं स्टाफ का दैनिक खर्च सुनिश्चित करें. बीएमटीएफ ने चेतावनी दी है कि यदि इन मांगों को तत्काल प्रभाव से लागू नहीं किया गया तो भविष्य में वाहन मालिकों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
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