रांची : गर्मी के बढ़ते ही शहर में देसी घड़ा की डिमांड बढ़ गयी है़ लोग फ्रिज रखने के बावजूद घड़े का पानी पीना पसंद कर रहे है़ं बाजार में भी डिमांड को देखते हुए घड़ा कई डिजाइन में उपलब्ध हैं. देसी थर्मस भी बिक रहा है़ इसे आप कहीं भी आसानी से कैरी कर सकते हैं. बाजार में बड़ा घड़ा 50, 60, 70,100 और 110 रुपये में बिक रहा है़ जबकि नल लगा हुआ घड़ा 130-175 रुपये पीस बिक रहा है़ सुराही की कीमत 30-60 रुपये है. नल वाली सुराही 100 रुपये पीस बिक रही है.
घड़ा और सुराही के कई डिजाइन हैं उपलब्ध
पहले घड़ा और सुराही एक ही डिजाइन में बनते थे. अब समय के साथ इसके रूप और डिजाइन में काफी अंतर आ गया है़ अब घड़ा और सुराही में नल लगा हुआ रहता है, जिससे पानी निकालने में सुविधा होती है़ वहीं घड़ा के लिए अलग से स्टैंड भी तैयार किया गया है़ दुकानदारों का कहना है कि देसी फ्रिज के रूप में घड़ा आज भी प्रचलित है़ गर्मी में इनकी डिमांड काफी बढ़ जाती है़ छोटा घड़ा 50-90 रुपये प्रति पीस बिक रहा है. मध्यम और बड़े साइज का घड़ा 100-120 रुपये के दर से बिक रहा है़ सुराही 30-100 रुपये तक की रेंज में उपलब्ध है़
देसी थर्मस बना आकर्षण
बाजार में देसी थर्मस की भी डिमांड है. छोटा साइज का पानी बोतल 70-90 रुपये पीस बिक रहा है़ बड़े साइज में 130 से 150 रुपये तक की रेंज है. पानी रखने के लिए मिट्टी का जग भी बिक रहा है़ इसकी कीमत 140-150 रुपये प्रति पीस है. मिट्टी समान विक्रेता धन्नजय शर्मा कहते हैं कि गर्मी के दिनों में मटका, सुराही, घड़ा की डिमांड काफी बढ़ जाती है़ इस बार मिट्टी की पानी बोतल और जग की डिमांड काफी है.