Vidur Niti: महाभारत के महाकाव्य में महात्मा विदुर का नाम एक ज्ञानी, धर्मात्मा और नीति के प्रतीक के रूप में लिया जाता है. उन्हें युद्ध कौशल से नहीं, बल्कि उनके ज्ञान और नीतियों से पहचाना जाता है. उनकी नीतियों का संग्रह विदुर नीति के नाम से आज भी प्रसिद्ध है. इसमें धर्म, राजनीति और जीवन से जुड़े ऐसे कई उपदेश हैं, जो इंसान को सही दिशा दिखाने का काम करते हैं. विदुर की बातें न केवल महाभारत काल में महत्वपूर्ण थीं, बल्कि आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं. महात्मा विदुर ने अपनी नीतियों में बताया है कि इंसान को जीवन में किन लोगों से सलाह लेनी चाहिए और किनसे नहीं. गलत व्यक्ति से सलाह लेने पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है और बना बनाया काम भी बिगड़ सकता है. आइए जानते हैं वे 4 तरह के लोग, जिनसे गुप्त या महत्वपूर्ण सलाह लेना नुकसानदायक माना गया है.
कम बुद्धि वाले लोग
विदुर नीति कहती है कि कम बुद्धि या अल्प ज्ञान वाले व्यक्ति से कभी गुप्त सलाह नहीं लेनी चाहिए. ऐसे लोग परिस्थिति को समझ नहीं पाते और आपको उलझन या परेशानी में डाल सकते हैं.
टालमटोल करने वाले
जो लोग हर काम को देर से करते हैं, उनसे भी सलाह लेना हानिकारक है. ऐसे व्यक्ति निर्णय लेने में धीमे होते हैं, जिसकी वजह से सही समय पर कदम नहीं उठ पाता और काम बिगड़ जाता है.
जल्दबाज लोग
विदुर नीति में कहा गया है कि जल्दबाज इंसान सोच-समझकर बात नहीं करते. ऐसे लोग बिना परिणाम पर विचार किए निर्णय लेते हैं, जिससे काम बिगड़ सकता है.
झूठी प्रशंसा करने वाले लोग
जो लोग सिर्फ खुशामद या झूठी तारीफ करते हैं, उनसे भी कोई गुप्त या महत्वपूर्ण सलाह नहीं लेनी चाहिए. ऐसे लोग सच्चाई छिपाते हैं और उनके बताए रास्ते पर चलकर इंसान गलत दिशा में जा सकता है.
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