Parenting Tips: बच्चे सेहतमंद रहें इसके लिए माता-पिता हर छोटी सी छोटी बात का ख्याल रखते हैं. यह पैरेंट्स की ही जिम्मेदारी होती है कि वे सही तरीके से बच्चों का ख्याल रखें ताकि बच्चे बीमार न पड़ जाएं. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि माता-पिता की लाख कोशिशों के बावजूद भी बच्चे बीमार पड़ जाते हैं और और उनकी हालत काफी नाजुक भी हो जाती है. जब ऐसा होता है तो पैरेंट्स उन्हें डॉक्टर दिखाते हैं और दवाई खिलाते हैं. ये दवाई बच्चों की सेहत को सुधारने के लिए होते हैं लेकिन कई बार दवाइयों से जुड़ी छोटी सी गलती उन्हें फायदे की जगह नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं. आपके बच्चे की सेहत को नुकसान न पहुंचे इसके लिए आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका आपको ख्याल रखना चाहिए अपने बच्चे को कोई भी दवाई खिलाने से पहले. जब आप इन बातों का ख्याल रखते हैं तो बच्चे जल्दी ठीक होते हैं और उनकी सेहत को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता.
सिरप पिलाने से पहले बोतल को अच्छे से हिलाएं
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार जब आप छोटे बच्चों को कोई भी सिरप देते हैं या फिर लिक्विड मेडिसिन देते हैं तो आपको उससे पहले दवाई की बोतल को अच्छे से हिला लेना चाहिए. जब आप बोतल को बिना हिलाये बच्चे को सिरप पिला देते हैं तो इसका उनके सेहत को कोई फायदा नहीं पहुंचता क्योंकि दवाई में मौजूद जरूरी तत्व नीचे ही बैठे रह जाते हैं.
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दवाई देने से पहले जान लें सही डोज
आपको शायद यह बात पता न हो लेकिन दवाई बनाने वाले अलग-अलग ब्रैंड्स में अलग-अलग फोर्मुलेशन और कंसन्ट्रेशन पाया जाता है. उदाहरण के लिए पेरासिटामोल के 5 एमएल में कभी 125 मिलीग्राम होता है तो वहीं, कभी इसी 5 एमएल में 250 मिलीग्राम. अगर आपने इसका ख्याल नहीं रखते हैं तो ऐसा भी हो सकता है कि उन्हें कम की जगह ज्यादा दवाई दे सकते हैं. बच्चे को दवाई देने से पहले लेबल को सही से पढ़ें और डॉक्टर से पूछकर ही दवाई भी दें.
गलती से भी दवाइयों को न करें मिक्स
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार आपको कभी भी एक ही साथ दो या तीन दवाई अपने बच्चे को एक साथ नहीं देना चाहिए. एक दवाई से दूसरे दवाई के बीच कम से कम 15 मिनट का गैप जरूर रखें. इस बात का खास ख्याल रखें कि कभी भी कैल्शियम और आयरन की दवाई एक साथ नहीं देना चाहिए. इन दोनों के बीच कम से कम 2 घंटे का गैप होना ही चाहिए.
एक्सपायरी डेट पर दें ध्यान
अपने बच्चे को कोई भी दवाई देने से पहले आपको इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि आपने उस दवाई की एक्सपायरी डेट चेक कर ली हो. आपको यह एक्सपायरी डेट दवाई में ही लिखी हुई मिल जाएगी. इस बात का भी खास ख्याल रखें कि बच्चे को कोई भी सिरप अगर आप दे रहे हैं तो उसके ढक्कन के खुलने के महीनेभर बाद अपने बच्चे को वह खाने के लिए न दें.
दवाई का कोर्स पूरा जरूर करें
अक्सर ऐसा होता है कि जब बच्चे ठीक हो जाते हैं तो पैरेंट्स उन्हें दवाई देना बंद कर देते हैं. अगर आप चाहते हैं कि आपके की सेहत न बिगड़े तो आपको गलती से भी ऐसा नहीं करना चाहिए. खासकर जब बात अति है एंटीबायोटिक्स की तो आपको कभी भी इसके कोर्स को अधूरे में नहीं छोड़ना चाहिए. अगर आप कोर्स को अधूरे में ही छोड़ देते हैं तो आपके बच्चे के बीमार होने का खतरा दोबारा बढ़ जाता है.
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