Jharkhand Saag: झारखंड में 70 से अधिक किस्म के साग पाए जाते हैं. सभी में अलग अलग तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. इन्हीं में से एक है चाकोड़ साग. इसे कई राज्यों में अलग अलग नाम से जाना जाता है. झारखंड के अलावा छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों में यह बेहद लोकप्रिय है. यह एक ऐसा सुपरफूड साग है जिसमें कई तरह के औषधीय गुण भी पाए जाते हैं.
त्वचा रोगों में लाभकारी
चाकोड़ साग चर्म रोग जैसे कि खुजली, दाद और एक्जिमा में राहत प्रदान करता है. इसके ताजे पत्तों का रस त्वचा पर लगाने से संक्रमण और सूजन में कमी आती है.
सर्दी-खांसी और श्वसन समस्याओं में सहायक
चाकोड़ साग का उपयोग सर्दी, खांसी और श्वसन संबंधी समस्याओं में किया जाता है. यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है.
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
चाकोड़ साग में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है. यह कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है.
मधुमेह और उच्च रक्तचाप में उपयोगी
चाकोड़ साग का सेवन रक्त शर्करा और हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होता है. यह मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए लाभकारी माना जाता है.
आंखों की रोशनी बेहतर करने में मददगार
चाकोड़ साग में विटामिन A की उपस्थिति आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद करती है. इसके अलावा यह नेत्र संबंधी समस्याओं से बचाव में सहायक होता है.
महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
यह साग महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता और रक्त संबंधी विकारों को दूर करने में मदद करता है. यह शरीर को बल प्रदान करता है और थकान को कम करता है.
क्या क्या सावधानियां बरतनी जरूरी
- चाकोड़ साग का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि अत्यधिक सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
- गर्भवती महिलाएं इसका सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श लें.
- चाकोड़ साग एक पारंपरिक और पोषण से भरपूर साग है, जिसे अपने आहार में शामिल करके आप कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं. यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि शरीर को विभिन्न बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी प्रदान करता है.