Health & Fitness : मौजूदा दौर में वर्क फ्रॉम होम करनेवाले कर्मचारियों की संख्या तेजी से बढ़ी है. ऐसे में लोगों को लगातार कई घंटों तक लैपटॉप पर काम करना पड़ता है. कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो बिस्तर पर बैठे-बैठे लैपटॉप का उपयोग करते हैं. यदि आप भी इनमें से एक हैं, तो जल्द ही अपनी इस आदत को बदल दें, क्योंकि ऐसा करना आपकी सेहत को भारी नुकसान पहुंचा सकता है.
उड़ सकती है रातों की नींद
हार्वर्ड के डिवीजन ऑफ स्लीप मेडिसिन के अनुसार कोई भी व्यक्ति जिस स्थान पर सोता है, उसे वहां ऑफिस का काम नहीं करना चाहिए. अच्छी सेहत व पर्याप्त नींद के लिए यह जरूरी है कि सोने वाले कमरे में लैपटॉप, कंप्यूटर या टेलीविजन न रखा जाये. जब आप लगातार बिस्तर पर बैठ कर काम करते हैं और रात को उसी जगह पर सोते हैं, तो धीरे-धीरे दिमाग के लिए बिस्तर से नींद व आराम के जुड़ाव को स्वीकार करना मुश्किल होने लगता है. ऐसा होने पर आपको नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
पुरुषों में पैदा हो सकती है इनफर्टिलिटी
बिस्तर पर बैठ कर एवं लैपटॉप को गोद में रखकर काम करनेवाले पुरुषों के लिए यह आदत बहुत ही नुकसानदायक है. इसका असर उनकी प्रजनन क्षमता पर पड़ सकता है. गोद में लैपटॉप को रखकर काम करने से पुरुषों में शुक्राणु बनने की क्रिया प्रभावित हो सकती है. इसी के चलते पुरुषों को कुर्सी व मेज का प्रयोग करते हुए लैपटॉप का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.
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जीवनभर के दर्द में बदल सकता है कुछ पल का आराम
लंबे समय तक लैपटॉप का प्रयोग करने के दौरान सही पोजीशन में बैठना अत्यंत आवश्यक है. बिस्तर पर बैठ कर लैपटॉप पर काम करते समय लोग अपनी सिटिंग पोजीशन पर ध्यान नहीं देते. गलत पोजीशन में बैठने के चलते लोगों में कमर दर्द एवं गर्दन में दर्द की समस्या उत्पन्न होने लगती है. भले ही बिस्तर पर बैठकर काम करना आपको कुछ दिनों तक आरामदेय लगे, लेकिन लंबे समय तक इस आदत को अपनाना आपको स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या का शिकार बना सकता है.
सावधानी के साथ करें इस तकनीक की इस्तेमाल
- वर्क फ्रॉम होम के लिए एक अलग जगह बनाएं. बेहतर होगा कि आप कुर्सी व मेज का प्रयोग करते हुए लैपटॉप का इस्तेमाल करें. यदि आपके घर में अलग से मेज व कुर्सी नहीं है, तो आप डाइनिंग टेबल व चेयर का प्रयोग भी कर सकते हैं.
- बेड रूम में लैपटॉप का इस्तेमाल करने से बचें.
- लैपटॉप पर काम करते हुए हर दो घंटे के बाद एक ब्रेक जरूर लें या हर आधे घंटे के बाद दो-तीन मिनट के लिए अपनी आंखों को लैपटॉप से हटा लें.
- लैपटॉप पर काम करने के दौरान आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए.
- लैपटॉप की स्क्रीन आंखों से 15 डिग्री नीचे की तरफ होनी चाहिए. स्क्रीन से आंखों की दूरी दो फुट होनी चाहिए.
- कभी भी अंधेरे में बैठकर लैपटॉप का प्रयोग न करें. काम के दौरान पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रखें.