Chanakya Niti: जीवन में संकट ऐसी घड़ी होती है जब इंसान की असली समझ और विवेक की परख होती है. आचार्य चाणक्य ने अपने नीति सूत्रों में ऐसे कई गहन प्रश्नों के उत्तर दिए हैं, जो आज भी लोगों को जीवन जीने की राह दिखाते हैं. इन्हीं में से एक सवाल है – संकट के समय सबसे पहले किसकी रक्षा करनी चाहिए – पत्नी की, धन की या स्वयं की?
Chanakya Niti Quotes: आचार्य चाणक्य की नीति
संकट के समय सबसे पहले धन की रक्षा करनी चाहिए. धन से अधिक पत्नी की रक्षा करनी चाहिए. किंतु जब अपनी ही रक्षा का प्रश्न सामने आ जाए तो पत्नी और धन दोनों का त्याग करना पड़े तो भी संकोच नहीं करना चाहिए.
-चाणक्य नीति
पत्नी या पैसा संकट के समय पहले किसे चुनें?
1.पत्नी
2.पैसा
3.खुद को
संकट के समय सबसे पहले धन की रक्षा करनी चाहिए. धन से अधिक पत्नी की रक्षा करनी चाहिए. किंतु जब अपनी ही रक्षा का प्रश्न सामने आ जाए तो पत्नी और धन दोनों का त्याग करना पड़े तो भी संकोच नहीं करना चाहिए.

आचार्य चाणक्य स्पष्ट कहते हैं कि संकट के समय धन का महत्व सबसे पहले समझना चाहिए. धन का संग्रह केवल सुख-सुविधाओं के लिए नहीं बल्कि विपत्ति की घड़ी में उपयोग के लिए किया जाता है. यदि जीवन में धन संचित नहीं होगा तो कठिन समय से निकलना लगभग असंभव हो जाता है.
लेकिन धन से भी अधिक महत्वपूर्ण पत्नी मानी जाती है. भारतीय संस्कृति में पत्नी को ‘सहधर्मिणी’ और स्त्री धन कहा गया है. इसका अर्थ है कि वह जीवनसाथी ही नहीं बल्कि परिवार की आधारशिला भी है. ऐसे में धन की रक्षा से पहले पत्नी की रक्षा करना धर्म और कर्तव्य दोनों माना गया है.
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Chanakya Niti in Hindi: स्वयं की रक्षा सर्वोपरि
हालांकि, चाणक्य का कहना है कि इन दोनों से भी अधिक महत्वपूर्ण है स्वयं की रक्षा. यदि व्यक्ति स्वयं ही जीवित नहीं रहेगा तो वह न तो धन की रक्षा कर पाएगा और न ही पत्नी की. संकट के समय बुद्धिमानी इसी में है कि पहले अपने प्राणों की सुरक्षा की जाए, क्योंकि जीवन रहेगा तभी परिवार और संपत्ति दोनों की रक्षा संभव है.
आचार्य चाणक्य की यह नीति आज भी जीवन में उतनी ही प्रासंगिक है. संदेश बिल्कुल स्पष्ट है – धन जरूरी है, पत्नी धन से भी बढ़कर है, लेकिन स्वयं का जीवन सबसे बड़ा धन है. संकट की घड़ी में सही निर्णय वही है जो इंसान को अपने और अपने परिवार के भविष्य की रक्षा करने में सक्षम बनाए.
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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता

