Saag Cooking Tips: सर्दियों के मौसम में पालक, सरसों, बथुआ और मेथी जैसे हरे-भरे साग बाजार में खूब मिलते हैं. स्वाद और सेहत दोनों ही मामलों में साग सर्दियों की थाली का खास हिस्सा होता है. लेकिन कई बार लोग साग बनाते समय कुछ आम गलतियां कर जाते हैं, जिससे उसका रंग, स्वाद और पोषण तीनों ही बिगड़ जाते हैं. इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि अगर आप भी चाहते हैं कि आपका साग हमेशा हरा-भरा, स्वादिष्ट और पोषक बने, तो इन 5 गलतियों से जरूर बचें.
साग को ज्यादा देर तक पकाना
कई बार बहुत ज्यादा पकाने से साग का रंग काला पड़ जाता है और उसमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं. साग को सिर्फ उतना ही पकाएं , जितना जरूरी हो.
साग को धोने में जल्दी बाजी करना
अक्सर साग में मिट्टी व रेत अक्सर ज्यादा होती है. जल्दबाजी में धोने से किचन में किरकिरा स्वाद आ सकता है. साग को 3–4 बार अच्छे से धोकर ही पकाएं .
ज्यादा पानी का इस्तेमाल करना
साग को उबालते या पकाते समय ज्यादा पानी डालने से वह पतला व फीका लगने लगता है. साग अपनी ही नमी में पकता है, पानी कम ही डालें.
तड़का ठीक से नहीं लगाना
अक्सर लोग साग में तड़का हल्का या देर से डालते हैं, जिससे स्वाद कम हो जाता है. घी या सरसों तेल में लाल मिर्च, लहसुन और हींग का तड़का साग का स्वाद दुगुना कर देता है.
क्या सर्दियों में हर दिन साग खाना चाहिए?
हां , बिलकुल क्योंकि सर्दियों में ताजा और हरे पत्तेदार साग मिलता है, तो ऐसे में आप हर दिन साग खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं.
साग से कीड़ों को कैसे निकालें?
साग को उबालते समय उसमे थोड़ा सा नमक डाल देंगे तो उसमें से कीड़े सारे निकल जाएंगे.
क्या साग के डंठल का इस्तेमाल कर सकते हैं?
नहीं, क्योंकि अगर हम साग के डंठल का इस्तेमाल साग बनाने में करेंगे तो ये स्वाद को बिगाड़ सकता है.
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