जानेमाने मलयालम फिल्म निर्माता-अभिनेता विजय बाबू (Vijay Babu) के खिलाफ दुष्कर्म के एक प्रकरण में जांच कड़ी करते हुए केरल पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि ''प्रथम दृष्टया मामला साबित हो चुका है और आरोपी के खिलाफ ''लुकआउट नोटिस'' जारी किया गया है, जिसने कथित तौर पर देश छोड़ दिया है. अभिनेता विजय बाबू के खिलाफ महिला अभिनेत्री पर कथित तौर पर यौन हमला करने और फेसबुक सत्र के दौरान पीड़िता की पहचान जाहिर करने का आरोप है.
विजय बाबू के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी
कोच्चि के पुलिस आयुक्त नागराजू चकिलम ने कहा कि राज्य पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर 22 अप्रैल को अभिनेता के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करने के तुरंत बाद जांच शुरू कर दी है और सबूत जुटाने सहित तमाम प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एक समाचार चैनल को बताया, ''उनके (बाबू) खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. प्रथम दृष्टया जांच में मामला साबित है. इस मामले में उत्पीड़न का कोण है.''
फेसबुक लाइव में बताया था खुद को निर्दोष
बाबू को देश वापस लाने की प्रक्रियाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि आरोपी को भारत वापस लाने के लिए प्रक्रिया जारी हैं और यह जांच का हिस्सा है. आयुक्त ने कहा, ''हम कदम उठाएंगे, लेकिन धीरे-धीरे, तुरंत नहीं. फिलहाल इस मामले को इंटरपोल तक ले जाने की कोई जरूरत नहीं है. अगर जरूरत पड़ी तो हम ऐसा करेंगे.'' पुलिस द्वारा जांच शुरू करने के बाद से लापता बाबू मंगलवार रात फेसबुक लाइव सत्र में पेश हुए और खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि वह ''असली शिकार'' हैं.
22 अप्रैल को मिली थी शिकायत
पुलिस के मुताबिक 22 अप्रैल को शिकायत मिली थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि विजय बाबू ने कोच्चि के एक फ्लैट में उसका यौन शोषण किया है. उसने शिकायत में आरोप लगाया कि आरोपी ने एक से अधिक बार ये अपराध दोहराया है. हालांकि फेसबुक लाइव में विजय बाबू ने आरोपों का खंडन किया और कहा कि वह इस मामले में पीड़ित हैं.
विजय बाबू पर पहले भी लग चुके हैं कई आरोप
विजय बाबू फ्राइडे फिल्म हाउस के संस्थापक हैं, जो एक फिल्म निर्माण कंपनी है. उन्होंने 'फिलिप्स' और 'द मंकी पेन' के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म के लिए केरल राज्य फिल्म पुरस्कार जीता. यह पहली बार नहीं है जब उन पर मारपीट का आरोप लगाया गया है.