दिवंगत चित्रकार एमएफ हुसैन की फिल्म ‘गज गामिनी’ का हिस्सा रहे बॉलीवुड के अभिनेता नसीरुद्दीन शाह कहते हैं कि वे इस फिल्म को बिल्कुल समझ नहीं पाये थे और इसमें काम करते हुए वे बेहद घबराये हुए थे. हाल ही में नसीरुद्दीन ने कहा, मैं इसे देखने के लिए नहीं कहूंगा. हुसैन साहब मेरे घर पूछने आये थे कि क्या मैं इसमें काम करूंगा? मैं कैसे इनकार कर सकता था.
मैंने सोचा कि वे जो कुछ भी बनायेंगे, वह शामिल होने लायक होगा. लेकिन मैं गलत था. इसमें कुछ भी मजा नहीं था. वर्ष 2000 में आयी ‘गज गामिनी’ दरअसल हुसैन की कविता थी जो नारीत्व और उस समय उनकी प्रेरणा माधुरी दीक्षित के प्रति सर्मपित थी. इस फिल्म में शाहरुख खान, नसीरुद्दीन शाह, शबाना आजमी समेत कई अन्य कलाकार थे. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह विफल रही थी.
शाह ने कहा, मैं उस फिल्म को समझ नहीं सका था. मैं बस इस नतीजे पर पहुंच सका था कि हुसैन के पास बहुत उत्पादक मस्तिष्क है. वे असंख्य तसवीरें बनाना चाहते थे. फिल्म के फ्रेम चित्रों की तरह थे. मुझे नहीं लगता कि सिनेमा पूरी तरह चित्रकारी है. यह सिर्फ रचना पर आधारित नहीं है. नसीरुद्दीन ने कहा कि जब उन्होंने हुसैन को फिल्म बनाने की प्रेरणा देने वाली अभिनेत्री माधुरी दीक्षित से ‘गज गामिनी’ उन्हें समझाने के लिए कहा तो वे बस हंस पड़ी थीं.