बॉलीवुड में ‘भारत कुमार’ के नाम से प्रसिद्ध मनोज कुमार का आज अपना 81वां जन्मदिन मनायेंगे. भारत कुमार का नाम उन्हें 1965 में आयी ‘शहीद’ से मिली. यह फिल्म भगत सिंह के जीवन पर आधारित थी. इसके अतिरिक्त मनोज कुमार ने ‘उपकार’, ‘क्रांति’ और ‘पूरब-पश्चिम’ जैसी फिल्में भी बनायी, जो देशभक्ति पर आधारित थे. मनोज कुमार ने ज्यादातर देशभक्ति वाली फिल्मों में ही काम किया. उनके नाम कुछ रोमांटिक फिल्में भी है.
इंडस्ट्री में मनोज कुमार का कद बहुत ऊंचा है. कहा जाता है कि फ्लॉप फिल्मों से हताश होकर जब अमिताभ बच्चन मुंबई छोड़कर वापस जा रहे थे जो मनोज कुमार ने उन्हें अपनी फिल्म ‘रोटी कपड़ा और मकान’ में काम दिया था.
पहचान नहीं पाये थे परिवारवाले
मनोज कुमार ने लेखराज भाकरी निर्देशित फिल्म फैशन (1957) में 19 साल के मनोज कुमार ने 90 साल के बुजुर्ग की भूमिका से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की थी. इस फिल्म में प्रदीप कुमार और माला सिन्हा ने मुख्य भूमिका निभाई थी. वहीं मनोज कुमार भिखारी बने थे. भिखारी के रोल में देखकर उनके घरवाले और दोस्त भी मनोज कुमार को नहीं पहचान पाये थे.
इसलिए बदला नाम
मनोज कुमार का असली नाम हरिकिशन गिरि गोस्वामी है, लेकिन दिलीप कुमार से प्रभावित होकर उन्होंने अपना नाम मनोज कुमार कर लिया. दिलीप कुमार की फिल्म ‘शबनम’ में उनके किरदार के नाम पर ही अपना नाम हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी से बदल कर मनोज कुमार रख लिया. उनकी फिल्मों में देशभक्ति की भावना प्रमुखता से उजागर होती थीं.
विवादों से दूर रहे
मनोज कुमार एक ऐसे अभिनेता रहे जिनके साथ विवादों का नाता बहुत कम रहा. ना तो उनका किसी सह अभिनेता से विवाद हुआ ना डायरेक्टर से. ना उनका किसी अभिनेत्री के साथ प्रेम संबंध चर्चा में आया. उन्होंने शशि गोस्वामी से शादी की और कभी उनकी गृहस्थी में तनाव की खबरें नहीं आयी. वे एक शांत स्वभाव के अभिनेता रहे.
शाहरुख को मांगनी पड़ी थी माफी