श्रीदेवी की मौत पर हर दिन नया खुलासा हो रहा है. इन खुलासों के साथ-साथ कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं. इस बीच फिल्ममेकर रामगोपाल वर्मा ने श्रीदेवी के फैंस के नाम एक लेटर लिखा है. इस लेटर में रामगोपाल वर्मा ने श्रीदेवी की निजी जिंदगी से जुड़े कई चौंकानेवाले खुलासे किये हैं. साउथ और बॉलीवुड के जानेमाने डायरेक्टर रामगोपाल वर्मा श्रीदेवी को करीब से जानते थे. जानें उन्होंने क्या लिखा…
रामगोपाल वर्मा ने अपने फेसबुक एकाउंट पर ‘माय लव लैटर टू श्रीदेवी फैन्स’ लिखा है. उन्होंने बताया है कि पर्दे की चमचमाती दुनिया से परे श्रीदेवी की जिंदगी मुश्किलों से भरी थी. रामू को कहना है कि श्रीदेवी एकदम अकेली थीं, उनके रिश्तेदारों ने उन्हें धोखा दिया था. बोनी कपूर के सिवाय उनका कोई नहीं था.
अपनों ने दिया धोखा
रामू ने लिखा,’ मैंने देखा है कि जब तक उनके पिता जिंदा थे, उनकी जिंदगी एक आजाद परिंदे की तरह थी. लेकिन बाद में उनकी मां की हद से ज्यादा केयर ने उन्हें पिंजरे में कैद एक पक्षी जैसा बना दिया. उन दिनों एक्टरों को अधिकतर पैसा ब्लैक मनी में दिया जाता था और इनकम टैक्स के छापों के डर की वजह से उनके पिता ने सारा पैसा अपने भरोसेमंद रिश्तेदारों के पास जमा कर दिया. लेकिन पिता की मौत के बाद सब ने धोखा दे दिया. लेकिन उनकी लापरवाह मम्मी ने कई गलत फैसलों लिये. जब बोनी कपूर उनकी जिंदगी में आए तो उनकी आर्थिक हालात काफी खराब थे.
बहन ने किया था केस
श्रीदेवी की मां की ब्रेन सर्जरी के बाद उनकी दिमागी हालत थोड़ी बिगड़ गई थी. जब उनका निधन हुआ तो उन्होंने अपनी वसीयत में सारी संपत्ति श्रीदेवी के नाम कर दी थी. लेकिन श्रीदेवी की बहन ने उनके खिलाफ केस कर दिया. श्रीदेवी की बहन का कहना था कि जब उनकी मां ने सारी संपत्ति श्रीदेवी के नाम की तब उनकी मां होश में नहीं थीं और एक बार फिर श्रीदेवी के हाथ कुछ न बचा.
सास को पसंद नहीं थीं
रामगोपाल वर्मा ने अपने लेटर में लिखा,’ बोनी कपूर की मां श्रीदेवी को पसंद नहीं करती थीं. उनका मानना था कि श्रीदेवी ने ही उनके बेटे का घर तोड़ा है. उन्होंने होटल के लॉबी में अभिनेत्री के पेट पर पंच मारा था.
ताकि कोई अंदर न झांक सके
रामगोपाल वर्मा ने आगे लिखा,’ जैसा कि श्रीदेवी ने 4 साल से ही काम करना शुरू कर दिया था. ऐसे में वो अच्छे से अपना बचपन नहीं बिता पाईं. उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी में बहुत संघर्ष किया है. उन्होंने अपने चारों तरफ एक दीवार खड़ी की थी ताकि कोई अंदर न झांक सके.
अब उन्हें शांति मिल गई
रामगोपाल वर्मा ने लिखा,’ अपने पर्सनल एक्सीपीरीयंस के दौरान मैंने महसूस किया कि श्रीदेवी जिस समय कैमरे के सामने होती थी उन्हें बेहद शांति मिलती थी. मैंने कैमरे के सामने एक्शन और कट के बीच उन्हें बेहद शांति में देखा है. जब वे अपने करेक्टर में होती थीं तो अपने असल जिंदगी के बारे में भूल जाती थीं और एक फैंटसी वर्ल्ड में चली जाती थीं. इसलिए अब मुझे लगता है कि उन्हें शांति मिल गयी होगा क्योंकि वो अब इन सबसे बहुत दूर चली गई हैं जिससे उन्हें परेशानी होती थी या उन्हें दर्द होता है.