Arvind Akela Kallu: भोजपुरी में पवन सिंह और खेसारी लाल यादव के बाद अरविंद अकेला कल्लू का नाम जरूर लिया जाता है. अरविंद इस इंडस्ट्री के टॉप एक्टर्स और सिंगर्स में से एक है, जिनके गाने और फिल्म रिलीज के बाद धमाल मचा देते है. हालांकि इसके पीछे उन्होंने बहुत संघर्ष किया है, जो लोगों को पता नहीं है. अरविंद ने कई बार अपने बचपन और मुश्किल दौर के बारे में बात की है. इसी बीच आइए उनके इस संघर्ष और करोड़ों की संपत्ति के बारे में जानते है.
पिता ने पैसे जुटाकर शूट कराया था एल्बम
अरविंद अकेला कल्लू बिहार के बक्सर जिले के एक छोटे से गांव “अहिरौली” के रहने वाले हैं. उनके पिता की एक छोटी सी रिक्शा बनाने और ठीक करने की दुकान थी. घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के बावजूद अरविंद के पिता हमेशा चाहते थे कि उनका बेटा जीवन में आगे बढ़े. कल्लू ने बताया था कि उनके पिता ने किसी तरह पैसे जुटाकर उनका पहला एल्बम शूट कराया था. यह एल्बम ‘गवना कहिया ले जइबा’ था, जिसने उन्हें इस इंडस्ट्री में पहली बार पहचान दिलाई.
इस गाने ने रातोंरात बनाया स्टार
अरविंद को शुरू से ही गाने का बहुत शौक था. गांव के प्रोग्राम में वह छोटे-छोटे स्टेज शो करते थे और धीरे-धीरे लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी. लेकिन असली पहचान उन्हें उनके हिट गाने ‘बोलता मुरगवा कुकड्डू कू’ से मिली, जिसने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया. इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक कई फिल्मों में काम किया, जिनमें कलुआ करोड़पति (2016), कलुआ बड़ा सतावेला (2016), बलमा बिहार वाला 2 (2016), स्वर्ग (2017) और सईयां सुपरस्टार (2017) शामिल है. इन फिल्मों के बाद वह भोजपुरी के “यूथ सुपरस्टार” बन गए.
अरविंद अकेला कल्लू की नेटवर्थ
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरविंद अकेला कल्लू आज करीब 3 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं. वह एक भोजपुरी फिल्म के लिए 10 लाख से ज्यादा फीस लेते हैं. इसके अलावा उनकी कमाई स्टेज शो, म्यूजिक अल्बम, यूट्यूब गाने और प्रमोशनल इवेंट से होती है. कल्लू के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स हैं. उनकी हर पोस्ट पर फैंस का जबरदस्त प्यार देखने को मिलता है. उनकी सादगी, देसी अंदाज और दमदार आवाज लोगों को बहुत पसंद है.

