Manipur Election 2022 Date: पंजाब के बाद अब मणिपुर में भी विधानसभा चुनावों (Manipur Assembly Election 2022) की तारीखें बदल गयीं हैं. चुनाव आयोग की ओर से गुरुवार (10 फरवरी 2022) को यह जानकारी दी गयी. निर्वाचन आयोग ने कहा है कि मणिपुर (Manipur) में दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों में फेरबदल किया गया है. अब वहां 28 फरवरी और 5 मार्च को मतदान होगा.
दो चरणों में हो रहा है मणिपुर में मतदान
जनवरी में चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने घोषणा की थी कि मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को दो चरणों में वोटिंग (Manipur Voting Date) कराये जायेंगे. निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा है कि यह फैसला सूचनाओं, अभ्यावेदन, पूर्व की नजीर, साज-ओ-सामान, जमीनी स्थितियों और ‘इस मामले में सभी तथ्यों और परिस्थितियों’ पर आधारित है.
पंजाब में भी बदली थी चुनाव की तारीख
निर्वाचन आयोग ने हाल में पंजाब में भी विधानसभा चुनावों की तारीख में बदलाव करते हुए इसे 14 फरवरी से बदलकर 20 फरवरी कर दिया था. यह फैसला राज्य सरकार और विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा की गयी मांग के बाद किया गया था. 60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में कराये जा रहे हैं. हालांकि, मतगणना की तारीख में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
487 मतदान केंद्रों का संचालन महिला के हाथ
दो दिन पहले 8 फरवरी को मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने मणिपुर की राजधानी इंफाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था. दो दिन की मणिपुर यात्रा के बाद अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि राज्य में कम से कम 487 ऐसे मतदान केंद्र बनाये जायेंगे, जहां सिर्फ महिला पोलिंग बूथ स्टाफ होगी. यहां तक कि सुरक्षाकर्मी भी महिलाएं ही होंगी. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि मणिपुर के पांच विधानसभा क्षेत्रों सिंगजामेई, थोऊबल,याईसकुल, वांगखेई और चुराचंद्रपुर के करीब 487 मतदान केंद्र ऐसे होंगे, जिनका संचालन पूरी तरह से महिलाओं के हाथों में होगी.
सर्वे में आगे है भाजपा
रिपब्लिक भारत-पी मार्क के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में कहा गया है कि भाजपा को 60 में से इस बार 31 से 37 सीटें मिल सकती हैं. वहीं, कांग्रेस पार्टी को 13 से 19 सीटें जीतती दिख रही है. इस सर्वे में कहा गया है कि नेशनल पीपुल्स पार्टी और नगा पीपुल्स पार्टी को कांग्रेस से भी कम सीटें मिलने का अनुमान है. एनपीपी को 2 से 9 सीटें मिल सकती हैं, तो एनपीएफ को 1 से 5 सीटें मिलती दिख रही है.
2017 में भाजपा की बनी थी सरकार
पांच वर्ष पहले वर्ष 2017 में जब मणिपुर में विधानसभा के चुनाव हुए थे, तो भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में सरकार का गठन हुआ था. हालांकि, भाजपा ने मात्र 21 सीटें जीतीं थीं. कांग्रेस के हिस्से में 28 सीटें आयीं थीं. कांग्रेस ने नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था.
Posted By: Mithilesh Jha