IIT Delhi New Curriculum: देश के टाॅप इंजीनियरिंग संस्थानों में शामिल IIT दिल्ली ने 12 साल बाद अपने B.Tech पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव किया है. इस बदलाव का मकसद छात्रों पर पढ़ाई का बोझ कम करना और उन्हें आधुनिक तकनीकों तथा इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार तैयार करना है.
छात्रों के सुझावों से बना नया कोर्स
IIT दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी ने बताया कि नया कोर्स स्ट्रक्चर तैयार करने की प्रक्रिया साल 2022 में शुरू हुई थी. इसके लिए छात्रों, पूर्व छात्रों और शिक्षकों से फीडबैक लिया गया. उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि छात्र पढ़ाई को बोझ न समझें, बल्कि खुद से सीखने और कुछ नया करने के लिए प्रेरित हों.”
पहले साल में कम होगा पढ़ाई का दबाव
अब B.Tech के पहले साल में कोर क्रेडिट्स कम कर दिए गए हैं ताकि नए छात्रों को भारी-भरकम सिलेबस का डर न लगे. साथ ही, पहले साल की क्लास साइज 300 से घटाकर 150 कर दी गई है, जिससे हर छात्र को बेहतर गाइडेंस मिल सके.
“सीखो और खुद करो” की पढ़ाई
IIT दिल्ली अब पारंपरिक थ्योरी से हटकर ‘Learning by Doing’ यानी प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग पर जोर देगा. छात्र किताबों के साथ-साथ असली जीवन की समस्याओं पर काम करेंगे और खुद अनुभव से सीखेंगे.
ऑनर्स और M.Tech का भी विकल्प
अब छात्र B.Tech के साथ-साथ ऑनर्स प्रोग्राम में भी नामांकन ले सकते हैं. इसके अलावा तीसरे साल के बाद वे चाहें तो सीधे IIT दिल्ली के M.Tech कोर्स में प्रवेश लेकर 5 साल में Bachelors और Masters दोनों डिग्री हासिल कर सकते हैं.
ग्लोबल लेवल का कोर्स
इस बदलाव के लिए स्टैनफोर्ड, MIT और कैम्ब्रिज जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के कोर्सेज का अध्ययन किया गया है, जिससे IIT दिल्ली का नया पाठ्यक्रम वैश्विक मानकों पर खरा उतर सके.
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