IFS Vikram Misri Salary in Hindi: भारत-पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) पर एक बार फिर तनाव चरम पर है. हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिसके जवाब में भारतीय सेना ने चार दिवसीय सैन्य अभियान “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया. इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन हुआ, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. दोनों देशों के DGMO ने संघर्षविराम पर सहमति जताई, लेकिन कुछ ही घंटों में पाकिस्तान ने फिर उल्लंघन कर स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया. इस बीच भारत के विदेश सचिव ने स्पष्ट कर दिया कि सेना को हर तरह की कार्रवाई के लिए खुली छूट दी गई है.
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिश्री हाल ही में “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान भारत-पाक तनाव पर लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. ऐसे में आम लोगों के बीच यह जिज्ञासा बढ़ी है कि आखिर कौन हैं विक्रम मिश्री, उनकी भूमिका क्या है, उन्हें कितनी सैलरी मिलती है और कोई व्यक्ति कैसे विदेश सचिव बनता है. आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में.
Vikram Misri IFS officer: प्रारंभिक जीवन, पढ़ाई और शुरुआती करियर
विक्रम मिश्री का जन्म 7 नवंबर 1964 को श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में हुआ. उन्होंने बर्न हॉल स्कूल (श्रीनगर), डीएवी स्कूल, कार्मेल कॉन्वेंट (उधमपुर) और सिंधिया स्कूल (ग्वालियर) से स्कूलिंग की. आगे की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से इतिहास में स्नातक और फिर एक्सएलआरआई, जमशेदपुर से एमबीए किया. खास बात यह है कि मिश्री ने भारतीय विदेश सेवा में आने से पहले तीन वर्षों तक विज्ञापन क्षेत्र (advertising) में भी काम किया था.
राजनयिक करियर की शुरुआत और अनुभव
1989 में वह भारतीय विदेश सेवा (IFS) में शामिल हुए. इसके बाद उन्होंने ब्रसेल्स, ट्यूनिस, इस्लामाबाद, वॉशिंगटन डीसी समेत कई जगहों पर सेवाएं दीं. वह श्रीलंका में उप उच्चायुक्त और म्यूनिख में कौंसल जनरल भी रहे. विक्रम मिश्री की पहचान एक भरोसेमंद अधिकारी के रूप में तब और मजबूत हुई जब उन्होंने तीन प्रधानमंत्रियों, आई. के. गुजराल, डॉ. मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के निजी सचिव के रूप में कार्य किया. 2019 से 2021 तक वे चीन में भारत के राजदूत रहे और गलवान तनाव के समय भारत की स्थिति को मजबूती से रखा.
विदेश सचिव की भूमिका क्या होती है?
15 जुलाई 2024 को विक्रम मिश्री भारत के 35वें विदेश सचिव बने. यह विदेश मंत्रालय का सर्वोच्च प्रशासनिक पद होता है. विदेश सचिव देश की विदेश नीति के कार्यान्वयन, अंतरराष्ट्रीय संबंधों, द्विपक्षीय वार्ताओं और वैश्विक मंचों पर भारत की भूमिका को समन्वित करते हैं. वह विदेश मंत्री के प्रमुख सलाहकार भी होते हैं.
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IFS Vikram Misri Salary: कितनी मिलती है सैलरी और क्या सुविधाएं हैं?
विदेश सचिव को भारत सरकार के सचिव स्तर का वेतन मिलता है, जो कि 2,25,000 प्रति माह निर्धारित होती है. इसके अलावा उन्हें सरकारी आवास (आमतौर पर चाणक्यपुरी, नई दिल्ली में), सुरक्षा, राजनयिक पासपोर्ट, और वाहन समेत अन्य तमाम सरकारी सुविधाएं दी जाती हैं.
विदेश सचिव कैसे बनते हैं?
विदेश सचिव बनने के लिए IFS अधिकारी को कम-से-कम तीन दशक का अनुभव, बेदाग सेवा रिकॉर्ड और रणनीतिक समझ जरूरी होती है. इस पद पर नियुक्ति भारत सरकार की नियुक्ति समिति (Appointments Committee of the Cabinet – ACC) द्वारा की जाती है, जिसमें प्रधानमंत्री और गृह मंत्री होते हैं. (How to become an IFS officer in Hindi)
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