Operation Sindoor Attack in Hindi: पाकिस्तान में पनप रहे आतंक के अड्डों पर भारत की सटीक कार्रवाई ने पड़ोसी मुल्क को बुरी तरह हिला कर रख दिया है. भारत के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के ठिकानों पर हमला हुआ, जिसमें कई बड़े आतंकी मारे गए. पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई के तौर पर ‘बुनयान-ए-मर्सूस’ नाम से एक ऑपरेशन शुरू किया, जिसका मतलब है ‘शीशे जैसी मजबूत दीवार’. यह नाम सुनकर आपको हंसी आ सकती है, क्योंकि जिस देश की आर्थिक हालत बेहद खराब हो, वह खुद को ‘मजबूत दीवार’ कैसे कह सकता है.
Operation Sindoor Attack: नाम से दिखाना चाहता है ताकत
‘बुनयान-ए-मर्सूस’ एक अरबी शब्द है, जिसका मतलब होता है, मजबूत दीवार या ठोस नींव. पाकिस्तान इस नाम से ये दिखाना चाहता है कि वो मजबूत है, जबकि सच्चाई ये है कि भारत की कार्रवाई से वो बुरी तरह डर गया है. जो देश अपनी जनता को रोटी नहीं दे पा रहा, वह जंग की बात कर रहा है. पाकिस्तान ने हाल ही में IMF से 1.4 अरब डॉलर का कर्ज लिया है. इसमें से 1 अरब डॉलर की राशि तुरंत दी गई है. यह कर्ज पाकिस्तान को अपने आर्थिक संकट से उबारने के लिए दिया गया है, लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या पाकिस्तान इस पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए करेगा?
पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन के तहत जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में ड्रोन और मिसाइल से हमला करने की कोशिश की. लेकिन भारत की एयर डिफेंस ने ज्यादातर मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया. हालांकि, कुछ सीमावर्ती इलाकों में नागरिकों की जान गई है, जो दुखद है.
Operation Sindoor Attack: पाकिस्तान को मिला करारा जवाब
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे. इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन थे. इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पीओके में आतंक के 9 ठिकानों को तबाह किया. इस हमले में मसूद अजहर के परिवार के कई सदस्य भी मारे गए.
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ISPR का झूठा दावा और जंग की धमकी
पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा ISPR ने दावा किया कि भारत ने उनके सैन्य अड्डों पर हमला किया, जिसके जवाब में उन्होंने भी भारत के सिख बहुल इलाकों में मिसाइल दागे. पाकिस्तान इस हमले को सही ठहराने की कोशिश कर रहा है, जबकि असलियत ये है कि उसका मकसद सिर्फ माहौल को खराब करना है.
परमाणु हथियारों का नाम लेकर डर फैलाना चाहता है पाकिस्तान
पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय कमांड प्राधिकरण (NCA) की बैठक बुला ली है, जो परमाणु हथियारों पर फैसला लेने वाली संस्था है. इससे साफ है कि पाकिस्तान अब डर का खेल खेलना चाहता है. लेकिन भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि आतंक के खिलाफ उसकी नीति एकदम सख्त है. ‘बुनया न-ए-मर्सूस’ जैसे नाम रखकर पाकिस्तान खुद को चाहे जितना भी मजबूत दिखा ले, लेकिन भारत की सेना तैयार है और हर हमले का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है.