SSC CGL Exam: हाल ही में हुई भर्ती परीक्षाओं (Recruitment Exams) में तकनीकी गड़बड़ियों और अनियमितताओं के आरोपों के बीच कर्मचारी चयन आयोग (SSC) के चेयरमैन एस. गोपालकृष्णन ने उम्मीदवारों को आश्वस्त किया है कि सभी तकनीकी और संचालन से जुड़ी समस्याओं को सुलझाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आयोग का नया परीक्षा सिस्टम पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए बनाया गया है. सितंबर के मध्य में होने वाली कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) परीक्षा सुचारू रूप से होगी.
SSC CGL Exam: चयन परीक्षा में आई गड़बड़ी
- 24 जुलाई से 2 अगस्त 2025 के बीच हुई Selection Posts/Phase 12 परीक्षा में अभ्यर्थियों ने कई शिकायतें कीं.
- बार-बार सर्वर डाउन होना और दूर-दराज के परीक्षा केंद्र मिलने जैसी दिक्कतें सामने आईं.
- करीब 5.5 लाख उम्मीदवारों ने यह परीक्षा दी.
- 24 जुलाई को दो सेंटर पर परीक्षा रद्द करनी पड़ी, बाद में इसे री-शेड्यूल किया गया.
- लगभग 59,000 प्रभावित अभ्यर्थियों के लिए 29 अगस्त को तीन अतिरिक्त शिफ्ट में परीक्षा होगी.
SSC CGL Exam: स्टेनोग्राफर परीक्षा बिना बाधा पूरी
गोपालकृष्णन ने इस ओर भी ध्यान खींचा कि 6 से 8 अगस्त तक हुई स्टेनोग्राफर भर्ती परीक्षा बिना किसी गड़बड़ी के पूरी हो गई. उन्होंने कहा कि इससे संकेत मिलता है कि सुधारात्मक कदम असर दिखा रहे हैं.
SSC CGL Exam: परीक्षा केंद्र को लेकर समस्या
छात्र सेंटर को लेकर भी काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि कई बार शहरों में सेंटर मिल जाते हैं तो कई बार सैंकड़ों किलोमीटर दूर सेंटर मिलता है. इस पर गोपालकृष्णन ने कहा कि जब परीक्षा की जिम्मेदारी TCS पर थी तो छात्रों को सेंटर संबंधित समस्या नहीं होती थी. लेकिन फिर नई एजेंसी Eduquity को ये जिम्मेदारी मिली जब थोड़ी परेशानी देखी गई. हालांकि, अब स्थिति बेहतर हो गई है. हाल ही में हुए स्टेनोग्राफर परीक्षा में 80% उम्मीदवारों को उनके पसंदीदा शहर में ही सेंटर मिला.
SSC CGL Exam: कोचिंग संस्थानों की भूमिका
चेयरमैन ने कहा कि कुछ कोचिंग संस्थान अपने व्यवसायिक हित बचाने के लिए विरोध प्रदर्शनों में शामिल हो रहे हैं. आयोग ने e-dossier सिस्टम लागू किया है ताकि कैंडिडेट्स के दस्तावेज डिजिटल और सुरक्षित तरीके से संभाले जाएं. प्रश्नपत्रों के पैटर्न में बदलाव से पारंपरिक कोचिंग मटेरियल पर निर्भरता भी कम हुई है.
SSC CGL Exam: नई परीक्षा प्रणाली और शुरुआती दिक्कतें
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जुलाई 2025 से मल्टी-एजेंसी मॉडल लागू किया गया. अब प्रश्न तैयार करना, परीक्षा कराना, IT सुरक्षा और मॉनिटरिंग- अलग-अलग एजेंसियों के जिम्मे हैं. शुरुआत में डिजिटल सिस्टम की गड़बड़ियों के चलते प्रश्न और उत्तरों की डुप्लीकेशन हुई, लेकिन अब इन्हें ठीक कर दिया गया है. नतीजों को Question challenge system और Equi-percentile normalisation से संतुलित किया जा रहा है.
SSC CGL Exam: साइबर सुरक्षा पर कड़ा इंतजाम
SSC ने CDAC (Centre for Development of Advanced Computing) को जोड़ा है ताकि हैकिंग रोकने के लिए सुरक्षा और मजबूत की जा सके. गोपालकृष्णन ने बताया कि कई खतरे निजी परीक्षा केंद्रों से जुड़े बाहरी लोगों की मिलीभगत से आते हैं. चेयरमैन ने कहा कि परीक्षा एजेंसियां और कंटेंट प्रोवाइडर सख्त एग्रीमेंट के तहत काम कर रहे हैं. गड़बड़ी होने पर उन पर जुर्माना लगाया जाएगा. उन्होंने भरोसा जताया कि सितंबर से होने वाली CGL परीक्षा बिल्कुल सुचारू रूप से होगी.
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