CBSE Exams: शिक्षा के डिजिटलाइजेशन (Digitalisation) के दौर में, सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने छात्रों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. अब कक्षा 9 से 12 तक के सभी छात्रों के लिए APAAR ID बनवाना अनिवार्य कर दिया गया है. यह योजना “वन नेशन, वन स्टूडेंट ID” पहल के तहत शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य छात्रों की शैक्षणिक जानकारी को एक जगह सुरक्षित रखना है. यहां APAAR ID क्या है के बारे में विस्तार से जानें.
क्या है APAAR ID? (CBSE Exams)
रिपोर्ट्स के मुताबिक, APAAR ID का पूरा नाम है Automated Permanent Academic Account Registry. यह एक 12 अंकों का यूनिक डिजिटल पहचान नंबर है, जो छात्र की पूरी शैक्षणिक प्रोफाइल को डिजिटल रूप में जोड़ता है. इसमें आपके स्कूल रिकॉर्ड, अंकतालिकाएं, प्रमाण पत्र और अन्य एकेडमिक डाॅक्यूमेंट्स सुरक्षित रहते हैं.
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छात्रों के लिए क्यों जरूरी है? (CBSE Exams)
- रिकॉर्ड की सटीकता: यह सिस्टम सभी शैक्षणिक डेटा को सही और अपडेटेड रखने में मदद करता है.
- डुप्लीकेशन रोकना: इससे एक ही छात्र के नाम से कई रिकॉर्ड बनने की समस्या खत्म होती है.
- डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ाव: यह DigiLocker और Academic Bank of Credits (ABC) जैसे प्लेटफॉर्म से आसानी से कनेक्ट होता है.
- NEP 2020 और डिजिटल इंडिया का समर्थन: यह कदम नई शिक्षा नीति और डिजिटल इंडिया विजन को मजबूत करता है.
कब और कैसे बनेगा? (CBSE Exams)
- CBSE ने निर्देश दिया है कि स्कूल, UDISE+ पोर्टल के जरिए यह सुनिश्चित करें कि:
- कक्षा 9 और 11 के रजिस्ट्रेशन से पहले छात्रों की APAAR ID बन चुकी हो.
- कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा के लिए कैंडिडेट लिस्ट जारी करने से पहले यह प्रक्रिया पूरी हो.
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