Stock Market: मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार भारी बिकवाली के साथ खुले, जिसका प्रमुख कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चावल आयात पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने वाला ताजा बयान रहा. इस टिप्पणी ने निवेशकों की उम्मीदों को कमजोर किया और बाजार की शुरुआत दबाव में हुई. निफ्टी 50 ने 25,867.10 पर शुरुआत की, जो 93.45 अंक या 0.36% की गिरावट थी, जबकि सेंसेक्स 84,742.87 पर खुलकर 359.82 अंक या 0.42% नीचे रहा.
ट्रंप के बयान का मार्केट सेंटीमेंट पर असर
अमेरिकी राष्ट्रपति के नए टैरिफ संबंधी बयान ने भारतीय बाजारों की धारणा को गहरा झटका दिया. विशेषज्ञ अजय बग्गा के अनुसार, एफपीआई की नेट शॉर्ट पोजिशन 88% तक बढ़ गई है, जिससे लगातार विदेशी निवेश बाहर जा रहा है. ट्रंप ने सोमवार को संकेत दिया कि भारत के चावल और कनाडा के फर्टिलाइज़र पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया जा सकता है, यह कहते हुए कि आयात अमेरिकी किसानों को नुकसान पहुँचा रहा है. इससे भारतीय बाजारों की उम्मीदें और नीचे चली गईं.
विस्तृत बाजार और सेक्टर्स में कमजोरी
ब्रॉड मार्केट इंडेक्स में भी भारी दबाव देखने को मिला. निफ्टी 100 में 0.56%, निफ्टी मिडकैप में 0.81% और निफ्टी स्मॉलकैप में 0.84% की गिरावट दर्ज हुई. सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी मीडिया, मेटल और आईटी में 1% से अधिक की गिरावट आई. ऑटो, फार्मा और पीएसयू बैंक इंडेक्स भी लाल निशान में कारोबार करते रहे, जो व्यापक बिकवाली का संकेत है.
वैश्विक संकेत और फेड बैठक से निवेशक सतर्क
वैश्विक स्तर पर मिले संकेत भी कमजोर रहे. जापान का निक्केई 225 ही एकमात्र प्रमुख इंडेक्स था जो हरे निशान में रहा, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग, ताइवान का वेटेड इंडेक्स और दक्षिण कोरिया का KOSPI गिरावट में रहे. अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की नीति बैठक से पहले निवेशकों की सतर्कता और बढ़ गई, जिससे भारतीय बाजारों में भी दबाव बना रहा. एनरिच मनी के सीईओ पोनमुदी आर ने कहा कि निफ्टी 50 तब तक ‘साइडवेज़-टू-बुलिश’ संरचना में बना रहेगा, जब तक यह 25,850 के महत्वपूर्ण सपोर्ट के ऊपर ट्रेड करता है.
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