Stock Market: रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के एक दिन बाद शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजारों में सीमित दायरे में कारोबार देखने को मिला. ऊंचे स्तरों पर निवेशकों ने मुनाफावसूली को प्राथमिकता दी, जिससे बाजार में कंसोलिडेशन का माहौल बना रहा.
शुरुआती कारोबार में हल्की बढ़त
शुक्रवार सुबह Nifty 50 ने 26,237.45 के स्तर पर शुरुआत की और 21.90 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की. वहीं BSE Sensex 71.17 अंक की तेजी के साथ 85,791.55 पर खुला. एक दिन पहले, दोनों प्रमुख सूचकांकों ने नए ऑल-टाइम हाई बनाए थे. सेंसेक्स 86,055.86 तक पहुंचा था, जबकि निफ्टी ने 26,310.45 का स्तर छुआ था.
हालांकि बाजार ने नई ऊंचाइयों को छुआ, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी निवेशकों की तरफ से बिकवाली चिंता का विषय बनी हुई है. गुरुवार को फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) शुद्ध विक्रेता रहे, जिससे बाजार की आगे की दिशा पर नजर रखना जरूरी हो गया है.
बैंकिंग और मार्केट एक्सपर्ट Ajay Bagga ने ANI से बातचीत में कहा कि रिकॉर्ड स्तर के बाद बाजार की आगे की चाल निर्णायक होगी. उनके अनुसार, बड़ी आईपीओ गतिविधियां सेकेंडरी मार्केट की तेजी को सीमित कर सकती हैं और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर भी स्पष्ट संकेतों की कमी है. ऐसे में बाजार में सुस्त कारोबार रहने की संभावना है.
विदेशी बाजारों से सीमित संकेत
अमेरिकी बाजारों में थैंक्सगिविंग छुट्टी और हाफ-डे ट्रेडिंग के चलते वैश्विक संकेत कमजोर रहे. एशियाई बाजारों में भी मिला-जुला रुख दिखा. दक्षिण कोरिया का KOSPI और जापान का Nikkei 225 दबाव में रहे, जबकि हांगकांग और ताइवान के बाजारों में तेजी दर्ज की गई. अब निवेशकों की नजर इस बात पर टिकी है कि क्या बाजार अपनी तेजी बरकरार रख पाएगा या आने वाले सत्रों में कंसोलिडेशन और गहराएगा. फिलहाल, ऊंचे स्तरों पर सतर्क रणनीति अपनाने की सलाह दी जा रही है.
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