SIP Calculator: आज के समय में लोग सुरक्षित भविष्य के लिए दीर्घकालिक निवेश की तरफ ज्यादा झुक रहे हैं. ऐसे में म्यूचुअल फंड एसआईपी (एसआईपी) एक ऐसा सशक्त विकल्प बन चुका है, जिसे लॉन्ग टर्म निवेश के लिए काफी प्रभावशाली माना जाता है. एसआईपी का सबसे बड़ा फायदा है कि इसमें आप छोटी-छोटी किस्तों से बड़े फंड का निर्माण कर सकते हैं. लेकिन सवाल यह है कि अगर आप सिर्फ 5000 रुपये से एसआईपी की शुरुआत करते हैं, तो आखिर 5000 रुपये की एसआईपी से 1 करोड़ रुपये का फंड बनने में कितना समय लगेगा? आइए, इसे विस्तार से जानते हैं.
एसआईपी की ताकत है कंपाउंडिंग
एसआईपी सिर्फ पैसे जमा करने का जरिया नहीं है, बल्कि इसमें कंपाउंडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) का जादू काम करता है. कंपाउंडिंग का मतलब है कि आपके पैसे पर मिलने वाला ब्याज भी आगे चलकर ब्याज कमाने लगता है. यही वजह है कि लंबे समय तक चलने वाली एसआईपी का परिणाम बेहद बड़ा होता है. जितना लंबा समय देंगे, उतनी तेजी से आपका फंड बढ़ेगा.
किन बातों पर निर्भर करता है फंड का आकार?
एसआईपी से बनने वाला फंड कई बातों पर निर्भर करता है. आप कितने रुपये की एसआईपी कर रहे हैं, यानी हर महीने कितनी रकम निवेश की जा रही है. दूसरा, निवेश की अवधि कितनी है, यानी आप कितने साल तक नियमित एसआईपी जारी रखते हैं. तीसरा, रिटर्न की दर क्या है. यह शेयर बाजार की स्थिति और म्यूचुअल फंड की परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है कि आपको औसतन कितने प्रतिशत का सालाना रिटर्न मिलेगा.
5000 रुपये की एसआईपी से कब बनेगा 1 करोड़
यह जानना सबसे अहम है कि अगर आप हर महीने 5000 रुपये की एसआईपी करते हैं, तो 1 करोड़ का फंड बनाने में कितना वक्त लगेगा? अब मान लीजिए कि जब आप एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में हर महीने 5000 रुपये निवेश करते हैं. इस पर आपको सालाना 12% की दर से औसत रिटर्न मिलता है. ऐसी स्थिति में आपको 1 करोड़ का फंड तैयार करने में लगभग 26 से 27 साल का समय लगेगा. वहीं, अगर आपके निवेश राशि पर सालाना 15% औसत रिटर्न मिलता है, तो यह समय घटकर करीब 23 साल रह जाएगा. यानी, जितना ज्यादा रिटर्न मिलेगा, उतनी जल्दी आपका लक्ष्य पूरा होगा.
क्या कहता है कैलकुलेटर
ऑनलाइन ग्रो डॉट कॉम के कैलकुलेटर के अनुसार, अगर आप एसआईपी के जरिए हर महीने 5000 रुपये का निवेश कर रहे हैं, तो 27 साल में आप करीब 16.20 लाख रुपये जमा कर पाएंगे. इस जमाराशि पर सालाना 12% ब्याज के आधार पर आपको रिटर्न के तौर पर करीब 91,91,565 रुपये मिलेंगे. जमाराशि और रिटर्न के तौर पर मिली राशि को जोड़ देंगे, तो 27 साल में आपके पास करीब 1,08,11,565 रुपये का बड़ा फंड तैयार हो जाएगा.
बाजार के उतार-चढ़ाव को समझें
यहां यह बात याद रखना बेहद जरूरी है कि एसआईपी में हमेशा एक समान रिटर्न नहीं मिलता. शेयर बाजार ऊपर जाएगा तो आपको ज्यादा फायदा होगा और अगर नीचे आएगा तो रिटर्न भी घट जाएंगे. इसलिए यह मानकर चलें कि एसआईपी एक लंबी दौड़ का खेल है. इसमें धैर्य और निरंतरता सबसे बड़ी कुंजी है.
टैक्स का पहलू भी ध्यान रखें
एसआईपी से मिलने वाले मुनाफे पर आपको कैपिटल गेन टैक्स देना पड़ता है. लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (एलटीसीजी) म्यूचुअल फंड पर लागू होता है, जो आपके फाइनल रिटर्न को प्रभावित कर सकता है. इसी कारण वित्तीय विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए तय अवधि से थोड़ा ज्यादा समय तक निवेश करते रहना चाहिए.
छोटे कदम, बड़ा सपना
अगर देखा जाए तो 5000 रुपये की मासिक एसआईपी कोई बहुत बड़ी रकम नहीं है. लेकिन लंबे समय तक इसे जारी रखने और कंपाउंडिंग के असर से यही छोटा निवेश करोड़ों में बदल सकता है. यही वजह है कि युवा वर्ग को शुरुआती दिनों से ही एसआईपी शुरू करने की सलाह दी जाती है. जितना जल्दी शुरुआत करेंगे, उतना बड़ा फायदा मिलेगा.
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एसआईपी से कमाई के लिए धैर्य ही असली मंत्र
5000 रुपये की एसआईपी से 1 करोड़ का फंड बनाना पूरी तरह संभव है, लेकिन इसके लिए धैर्य, निरंतरता और सही फंड का चुनाव जरूरी है. याद रखें, एसआईपी कोई शॉर्टकट नहीं बल्कि एक अनुशासित निवेश का तरीका है. अगर आप 20 से 25 साल तक धैर्यपूर्वक एसआईपी जारी रखते हैं, तो आने वाले समय में यह आपके वित्तीय सपनों को हकीकत में बदल सकती है.
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