Railways Ticket Booking: भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टिकट बुकिंग नियमों में बड़ा बदलाव करने जा रहा है. अब यात्रियों को अपनी यात्रा तिथि बदलने के लिए टिकट रद्द कर नई टिकट बुक करने की जरूरत नहीं होगी. रेलवे की नई व्यवस्था के तहत यात्री बिना किसी अतिरिक्त शुल्क या पेनाल्टी के अपनी यात्रा की तारीख में बदलाव कर सकेंगे. यह कदम लाखों यात्रियों को राहत देगा, जिन्हें अचानक योजनाओं में बदलाव के चलते पहले भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता था.
मौजूदा नियमों से यात्रियों को होती थी परेशानी
अभी तक यदि कोई यात्री अपनी यात्रा की तारीख बदलना चाहता था, तो उसे टिकट कैंसिल कर नई टिकट बुक करनी पड़ती थी. इस प्रक्रिया में समय और पैसा दोनों का नुकसान होता था. रेलवे के मौजूदा नियमों के तहत:
- यात्रा से 48 से 12 घंटे पहले टिकट रद्द करने पर 25% तक की कटौती होती है.
- 12 से 4 घंटे पहले कैंसिलेशन करने पर यह कटौती और बढ़ जाती है.
- यात्रा का चार्ट बनने के बाद तो रिफंड बिल्कुल नहीं मिलता.
इस व्यवस्था से यात्रियों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा था. कई बार लोगों को सिर्फ एक तारीख बदलने के लिए पूरा किराया दोबारा देना पड़ता था.
नई व्यवस्था में क्या होगा बदलाव
नई नीति के तहत रेलवे यात्रियों को बिना किसी पेनाल्टी के यात्रा तिथि बदलने की सुविधा देगा. हालांकि, यह पूरी तरह सीट की उपलब्धता पर निर्भर करेगी.
यदि नई तिथि पर सीट उपलब्ध है, तो टिकट उसी के अनुसार बदल जाएगा. लेकिन यदि उस दिन का किराया अधिक है, तो यात्री को किराए का अंतर चुकाना होगा. वहीं, अगर नई तिथि का किराया कम है, तो शेष राशि समायोजित कर दी जाएगी या रिफंड के रूप में दी जाएगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “कंफर्म टिकट की गारंटी नहीं होगी, क्योंकि यह सीट की उपलब्धता पर निर्भर करेगा. लेकिन इस सुविधा से यात्रियों को योजनाओं में बदलाव के बावजूद अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा.”
यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत
रेलवे का यह कदम यात्रियों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा. अब उन्हें टिकट कैंसिल कराने या नई टिकट बुक करने की झंझट नहीं झेलनी पड़ेगी. इससे यात्रियों का समय और पैसा दोनों बचेंगे. विशेषज्ञों के मुताबिक, यह सुविधा खासतौर पर ऑफिशियल ट्रेवलर्स, छात्रों और बिजनेस यात्रियों के लिए फायदेमंद होगी, जिनकी योजनाएं अक्सर बदलती रहती हैं.
रेलवे बोर्ड का नया निर्देश
इसके अलावा, रेलवे बोर्ड ने सभी जोनों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी नई परियोजना पर काम शुरू करने से पहले ट्रैफिक स्टडी कराई जाए. इसके बाद ही फाइनल लोकेशन सर्वे (FLS) और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जाएगी. बोर्ड ने पाया है कि कई जोनों ने इस प्रक्रिया का पालन नहीं किया, जिससे परियोजनाओं में देरी और बजट असंतुलन की स्थिति बनी.
रेल मंत्रालय के अनुसार, यह सुविधा चरणबद्ध तरीके से IRCTC प्लेटफॉर्म पर शुरू की जाएगी. इसके बाद इसे ऑफलाइन टिकट काउंटरों तक भी बढ़ाया जाएगा.
नई व्यवस्था के साथ रेलवे यात्रियों को अधिक डिजिटल, पारदर्शी और लचीला यात्रा अनुभव प्रदान करने की दिशा में आगे बढ़ेगा.
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