Global Fintech Hub in Odisha: ओडिशा ने फिनटेक के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया है, जिसने वैश्विक फिनटेक हब (Integrated Global Financial Technology Capability Hub – I-GFTCH) की शुरुआत की घोषणा की है. यह हब सिंगापुर के ग्लोबल फाइनेंस एंड टेक्नोलॉजी नेटवर्क (GFTN) के साथ मिलकर भुवनेश्वर में स्थापित किया गया है, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी द्वारा 21 अगस्त, 2025 को किया जाएगा. इस पहल का उद्देश्य ओडिशा को वित्तीय प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक अग्रणी वैश्विक केंद्र बनाना है, जिससे हजारों युवाओं को नौकरी के लिए तैयार कौशल प्राप्त होंगे और स्टार्टअप्स को एक नया मंच मिलेगा. इस हब के माध्यम से, ओडिशा का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 7,000 से अधिक छात्रों को एआई, ब्लॉकचेन और डिजिटल वित्त जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर तैयार करना है, जो राज्य की डिजिटल अर्थव्यवस्था को नया आकार देगा.
पृष्ठभूमि और उद्देश्य
ओडिशा सरकार ने भुवनेश्वर में एकीकृत वैश्विक वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षमता केंद्र (I-GFTCH) की शुरुआत की घोषणा की है, जिसका उद्घाटन 21 अगस्त, 2025 को मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी करेंगे. यह पहल ओडिशा को भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने और वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) तथा बीमा प्रौद्योगिकी (इंसुरटेक) के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है. यह केंद्र सिंगापुर स्थित ग्लोबल फाइनेंस एंड टेक्नोलॉजी नेटवर्क (GFTN) और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (NUS) के एशियाई डिजिटल वित्त संस्थान (AIDF) के सहयोग से स्थापित किया जा रहा है. इस सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर जनवरी 2025 में सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन षणमुगरत्नम की ओडिशा यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे.
केंद्र की मुख्य विशेषताएं और पहलें
I-GFTCH का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 7,000 से अधिक स्नातकों को फिनटेक और इंसुरटेक क्षेत्रों में पेशेवर प्रशिक्षण के साथ नौकरी के लिए तैयार करना है. इस केंद्र में एक उत्कृष्टता केंद्र (Centre of Excellence – CoE) भी होगा जो डिजिटल नवाचार और व्यापार को बढ़ावा देगा.
- प्रशिक्षण कार्यक्रम: I-GFTCH एक पांच महीने का हाइब्रिड कोर्स प्रदान करेगा, जिसमें ऑनलाइन मॉड्यूल, परिसर में सत्र और इंटर्नशिप शामिल होंगे. यह कोर्स नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए फिनटेक और इंसुरटेक में पेशेवर प्रमाणन प्रदान करेगा, जिनका चयन एक ऑनलाइन परीक्षा के माध्यम से किया जाएगा.
- क्षमता निर्माण: इस पहल का उद्देश्य ओडिशा में एक प्रतिभा पूल तैयार करना है जो भारत की नवाचार अर्थव्यवस्था को शक्ति प्रदान कर सके. उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यबंशी सूरज ने कहा है कि यह प्रमाणन ओडिशा के वैश्विक डिजिटल साख को बढ़ावा देगा और एक भविष्य के लिए तैयार कार्यबल को बढ़ावा देगा.
- आर्थिक प्रभाव: इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री मुकेश महालिंग ने बताया कि I-GFTCH से अगले पांच वर्षों में ₹299 करोड़ का सीधा मूल्य सृजन और ₹898 करोड़ का अप्रत्यक्ष आर्थिक प्रभाव होने का अनुमान है. ओडिशा का वित्तीय सेवा क्षेत्र, जो वर्तमान में राज्य के सकल राज्य मूल्य वर्धित (GSVA) में लगभग आठ प्रतिशत का योगदान देता है, का लक्ष्य 2047 तक इसे लगभग 49 प्रतिशत तक बढ़ाना है.
- नवाचार और उद्यमिता: I-GFTCH स्थानीय स्टार्टअप्स के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के लिए भी एक केंद्र के रूप में काम करेगा. यह ऊष्मायन केंद्र स्थापित करेगा, शिक्षा और उद्योग के साथ सहयोग को बढ़ावा देगा और वित्तीय पहुंच को बढ़ाएगा.
- वैश्विक सहयोग: I-GFTCH के तहत, भुवनेश्वर 2026 की पहली तिमाही में प्रतिष्ठित ब्लैक स्वान शिखर सम्मेलन भारत की मेजबानी भी करेगा, जो स्थानीय प्रतिभा को AI, टोकनाइजेशन और क्वांटम कंप्यूटिंग में वैश्विक विचारकों से जोड़ेगा.
स्टार्टअप इकोसिस्टम और सरकारी सहायता
ओडिशा सरकार सक्रिय रूप से स्टार्टअप्स को बढ़ावा दे रही है और राज्य में एक मजबूत उद्यमिता माहौल बनाने के लिए विभिन्न नीतियां और पहलें लागू कर रही है.
“ओडिशा का लक्ष्य राज्य में नवाचार को बढ़ावा देने और अनुरूप फिनटेक समाधान बनाने के लिए जीएफटीएन की वैश्विक विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठाना है.”
“राज्य नवाचार को बढ़ावा दे रहा है और स्टार्टअप को समर्थन दे रहा है ताकि खुद को फिनटेक उन्नति के केंद्र के रूप में स्थापित कर सके.”
स्टार्टअप ओडिशा पहल: ओडिशा स्टार्टअप नीति ने राज्य की उद्यमशीलता यात्रा की आधारशिला के रूप में कार्य किया है. ‘स्टार्टअप ओडिशा’ पहल के तहत, सरकार ने रणनीतिक साझेदारी, अनुकूल माहौल, निवेश और नीतिगत हस्तक्षेपों के माध्यम से उद्यमी दिमागों को पोषित किया है. वित्त पोषण और सहायता: भारत सरकार की ‘फंड ऑफ फंड्स फॉर स्टार्टअप्स (FFS)’ योजना के तहत ओडिशा के सात स्टार्टअप्स को सामूहिक रूप से ₹35 करोड़ का वित्त पोषण मिला है. सरकार उद्यमिता गतिविधियों का समर्थन करने के लिए कार्यशालाओं, पिचिंग सत्रों और बूटकैंप सहित आउटरीच गतिविधियों का आयोजन कर रही है. डिजिटल साक्षरता: छोटे और मध्यम उद्यमों (MSMEs) के लिए ई-कॉमर्स को अपनाने को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिसमें ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम शामिल हैं. पहले के प्रयास: ओडिशा ने फिनटेक उद्योग के लिए एक रोडमैप विकसित करने और राज्य में अधिक कंपनियों को आकर्षित करने के लिए पहला ओडिशा फिनटेक महोत्सव भी आयोजित किया था. इस महोत्सव में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और पेटीएम जैसे संगठनों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसका उद्देश्य डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देना और वित्तीय समावेशन को बढ़ाना था.
संभावित परिणाम और निहितार्थ
इस वैश्विक फिनटेक हब की स्थापना ओडिशा को वित्तीय प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित करने की क्षमता रखती है, जिससे न केवल राज्य के लिए बल्कि देश के लिए भी व्यापक आर्थिक और सामाजिक लाभ होंगे.
- रोजगार सृजन: I-GFTCH 7,000 से अधिक युवाओं को फिनटेक और इंसुरटेक में प्रशिक्षित करके सीधे रोजगार के अवसर पैदा करेगा. इसके अलावा, फिनटेक क्षेत्र में स्टार्टअप्स के विकास से भी अप्रत्यक्ष रूप से बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होंगी.
- आर्थिक विकास: वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में राज्य के सकल राज्य मूल्य वर्धित (GSVA) में उल्लेखनीय वृद्धि का लक्ष्य है. यह नवाचार, सेवा निर्यात और समग्र क्षेत्रीय वृद्धि को मजबूत करके ₹898 करोड़ का अप्रत्यक्ष आर्थिक प्रभाव पैदा कर सकता है.
- नवाचार और अनुसंधान: उत्कृष्टता केंद्र और वैश्विक सहयोग नवाचार को बढ़ावा देंगे और अत्याधुनिक फिनटेक समाधानों के विकास को प्रोत्साहित करेंगे. यह ओडिशा को AI, ब्लॉकचेन और डिजिटल वित्त जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में एक नेता के रूप में स्थापित कर सकता है.
- वित्तीय समावेशन: फिनटेक समाधानों पर ध्यान केंद्रित करने से वित्तीय सेवाओं तक पहुंच बढ़ेगी, विशेषकर उन लोगों के लिए जो पारंपरिक बैंकिंग प्रणालियों से दूर हैं. यह भारत के 2047 तक “सभी के लिए बीमा” के राष्ट्रीय दृष्टिकोण का भी समर्थन करता है.
- वैश्विक पहचान: ब्लैक स्वान शिखर सम्मेलन जैसे अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों की मेजबानी और सिंगापुर जैसे वैश्विक भागीदारों के साथ सहयोग ओडिशा को वैश्विक फिनटेक मानचित्र पर रखेगा, जिससे विदेशी निवेश और साझेदारी के अवसर आकर्षित होंगे.
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