16.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने से गरीबों को भी होगी मोटी कमाई, कम खर्च में बन सकते हैं करोड़पति

Mutual Funds: म्यूचुअल फंड कम आय वाले लोगों के लिए भी बड़ा फंड बनाने का आसान तरीका साबित हो रहा है. सिर्फ 500 रुपये महीने से शुरू होने वाला निवेश लंबे समय में बच्चों की पढ़ाई, शादी, घर या रिटायरमेंट जैसे बड़े लक्ष्य पूरे कर सकता है. सेबी की रेगुलेशन, एम्फी और क्रिसिल की रिपोर्ट्स इसे सुरक्षित, पारदर्शी और कम लागत वाला निवेश विकल्प बताते हैं. डाइवर्सिफिकेशन और टैक्स लाभ इसे अमीर बनने का भरोसेमंद माध्यम बनाते हैं.

Mutual Funds: भारत दुनिया के उन देशों में शामिल है, जहां लोग सबसे ज्यादा बचत करते हैं. पहले लोग बैंक एफडी या सोना खरीदकर पैसे बचाते थे, लेकिन समय बदल रहा है. लगातार बढ़ती महंगाई और बड़े वित्तीय लक्ष्य पूरे करने के लिए केवल बचत ही काफी नहीं है. म्यूचुअल फंड ऐसा माध्यम है, जो कम रकम से भी आपके पैसे को लंबे समय में तेजी से बढ़ा सकता है. इसका सीधा-सा अर्थ यह है कि म्यूचुअल फंड गरीबों को भी अमीर बनाने की ताकत रखता है. मगर, अफसोस की बात ये है कि जानकारी की कमी ने इसे अभी भी कम पसंदीदा विकल्प बना रखा है.

म्यूचुअल फंड क्या होते हैं?

म्यूचुअल फंड एक ऐसा निवेश उत्पाद है, जिसमें कई निवेशकों का पैसा मिलाकर फंड मैनेजर उसे शेयर, बॉन्ड, गोल्ड या अन्य सिक्योरिटीज में लगाता है. जिस व्यक्ति के पास रिसर्च करने का समय नहीं है या बड़ी रकम नहीं है, उसके लिए यह सबसे आसान और सुरक्षित विकल्पों में से एक है. फंड मैनेजर निवेश को योजना के मुताबिक मैनेज करते हैं और बदले में बहुत कम फीस लेते हैं.

म्यूचुअल फंड में निवेश के ढेरों विकल्प

म्यूचुअल फंड की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इससे हर तरह का इन्वेस्टर अपनी जरूरत के हिसाब से स्कीम चुन सकता है.

  • बच्चों की पढ़ाई
  • शादी के खर्च
  • घर खरीदने का लक्ष्य
  • रिटायरमेंट प्लानिंग

इन सभी लक्ष्यों के लिए अलग-अलग स्कीमें मौजूद हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि निवेश सिर्फ 500 रुपये प्रति माह से भी शुरू किया जा सकता है.

कम खर्च में प्रोफेशनल मैनेजमेंट

क्रिसिल और एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया (एम्फी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीधे शेयर बाजार में निवेश करने में रिसर्च, समय और जोखिम बहुत होता है. वहीं म्यूचुअल फंड में विशेषज्ञ काफी कम समय में आपकी ओर से निवेश करते हैं. सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं नियामक बोर्ड) ने कई फीसों को नियंत्रित किया हुआ है, जिससे यह निवेश अन्य तरीकों की तुलना में काफी सस्ता पड़ जाता है.

जोखिम को कम करने की ताकत है डाइवर्सिफिकेशन

रिपोर्ट में कहा गया है कि म्यूचुअल फंड एक ही पैसे को अलग-अलग कंपनियों, सेक्टरों और एसेट क्लास में लगाते हैं. इससे निवेश पर गिरावट का असर कम हो जाता है. अगर एक सेक्टर फेल हो भी गया, तो बाकी निवेश आपका पोर्टफोलियो संभाल लेते हैं.

पैसों की जरूरत पर तुरंत मिलेगा पैसा

अधिकांश म्यूचुअल फंड स्कीमों में पैसा निकालना बेहद आसान है. ओपन-एंडेड फंड में 1–3 दिनों के भीतर पैसा आपके अकाउंट में आ जाता है.

भरोसेमंद और पारदर्शी सिस्टम

भारत में सभी म्यूचुअल फंड पर सेबी नजर रखता है. रोजाना एनएवी, मासिक पोर्टफोलियो, परफॉर्मेंस रिपोर्ट जैसी सभी जानकारी सार्वजनिक की जाती है. इससे निवेश पूरी तरह पारदर्शी रहता है.

टैक्स में भी मिलता है फायदा

इक्विटी फंड्स में लंबे समय के निवेश पर टैक्स बेहद कम लगता है. वहीं डेट फंड्स में इंडेक्सेशन का फायदा मिलता है, जो टैक्स को काफी घटा देता है.

इसे भी पढ़ें: पाकिस्तानी मीडिया फैला रहा था भारतीय राफेल को मार गिराने का फेक न्यूज, राफेल विवाद में फ्रांस का बड़ा बयान

गरीब आदमी भी बना सकता है बड़ा फंड

म्यूचुअल फंड आम लोगों के लिए कम रकम से अमीर बनने का एक आसान, सुरक्षित और स्मार्ट तरीका हैं. सही लक्ष्य, सही स्कीम और लंबी अवधि बस ये तीन चीजें आपके भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित कर सकती हैं.

इसे भी पढ़ें: Stock Market Outlook: अगले हफ्ते शेयरों संभलकर लगाएंगे पैसा, रह सकता है उतार-चढ़ाव का दौर

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel