Hasin Jahan: भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी हसीन जहां के बीच का विवाद पिछले कुछ वर्षों से सुर्खियों में रहा है. कोलकाता की अलीपुर कोर्ट ने मोहम्मद शमी को हसीन जहां को मासिक गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया है. इस आदेश के अनुसार, शमी को हर महीने 1 लाख 30 हजार रुपये का भुगतान करना होगा, जिसमें से 50 हजार रुपये हसीन जहां के लिए व्यक्तिगत गुजारा भत्ता होगा और बाकी के 80 हजार रुपये उनकी बेटी के रखरखाव के लिए होंगे.
गुजारा भत्ता की मांग और अदालत का निर्णय
2018 में हसीन जहां ने मोहम्मद शमी के खिलाफ कानूनी मामला दायर करते हुए हर महीने 10 लाख रुपये के गुजारा भत्ता की मांग की थी. इसमें उन्होंने अपने खर्चों के लिए 7 लाख रुपये और बेटी के रखरखाव के लिए 3 लाख रुपये की मांग की थी. हालांकि, अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद जनवरी 2023 में शमी को 1 लाख 30 हजार रुपये मासिक गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया.
हसीन जहां ने क्या कहा?
अदालत के इस निर्णय के बाद हसीन जहां ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मासिक गुजारा भत्ता की राशि उनकी अपेक्षाओं से कम है. उन्होंने संकेत दिया कि वह इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दे सकती हैं.
मोहम्मद शमी की आय और हसीन जहां की मांग
हसीन जहां के वकील मृगांका मिस्त्री ने अदालत को सूचित किया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए शमी की वार्षिक आय 7 करोड़ रुपये से अधिक थी. इस आधार पर, उन्होंने मासिक 10 लाख रुपये के गुजारा भत्ता की मांग को उचित ठहराया. वहीं, मोहम्मद शमी के वकील सेलिम रहमान ने दावा किया कि हसीन जहां खुद एक पेशेवर फैशन मॉडल के रूप में काम करती हैं और उनकी स्थिर आय है. इसलिए इतनी बड़ी राशि का गुजारा भत्ता उचित नहीं है.
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हसीन जहां की संपत्ति और करियर
हसीन जहां एक पेशेवर मॉडल रही हैं और आईपीएल के दौरान कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए चीयरलीडर के रूप में भी काम कर चुकी हैं. हालांकि, उनकी वर्तमान संपत्ति के बारे में सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सटीक जानकारी नहीं है. शमी से अलग होने के बाद उन्होंने मॉडलिंग और अभिनय के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने की कोशिश की है. उनकी आय और संपत्ति के बारे में मीडिया में विभिन्न अटकलें हैं, लेकिन किसी भी विश्वसनीय स्रोत से इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
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