Investment Tips: केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को रिटायरमेंट की प्लानिंग में ज्यादा पावर और फ्लेक्सिबिलिटी दे दी है. सरकार ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) और एकीकृत पेंशन योजना (UPS) के इन्वेस्ट करने के लिए दो नए और बड़े बदलाव किए हैं. अब कर्मचारियों को लाइफ साइकिल 75 (LC75) और बैलेंस्ड लाइफ साइकिल (BLC) जैसे ऑप्शन मिलेंगे जिससे वे अपनी मर्ज़ी से फंड को मैनेज कर सकेंगे.
वित्त मंत्रालय का यह फैसला सरकारी कर्मचारियों की एक पुरानी मांग को पूरा करता है. अब वे भी प्राइवेट सेक्टर के ग्राहकों की तरह अधिक इक्विटी एक्सपोजर वाले ऑप्शन चुनकर ज्यादा रिटर्न कमा सकते हैं.
क्या हैं ये दो नए ऑप्शन और क्यों हैं खास?
ये दोनों विकल्प सीधे तौर पर शेयर बाजार में इन्वेस्ट की सीमा को बढ़ाते हैं जो खासकर युवा कर्मचारियों को ध्यान में रखते हुए. अब कर्मचारियों को लाइफ साइकिल 75 (LC75) और बैलेंस्ड लाइफ साइकिल (BLC) जैसे ऑप्शन मिलेंगे जिससे वे अपनी मर्ज़ी से फंड को मैनेज कर सकेंगे.
- LC75 यह उन युवा कर्मचारियों के लिए बेस्ट है जो करियर की शुरुआत में ज्यादा जोखिम लेकर बड़ा मुनाफा कमाना चाहते हैं. यह आपको अपने फंड का अधिकतम 75% हिस्सा इक्विटी में लगाने की अनुमति देता है. 35 साल की उम्र पूरी होने के बाद इसमें इक्विटी का हिस्सा धीरे-धीरे कम होना शुरू हो जाएगा. 55 साल की उम्र तक आते-आते यह घटकर काफी कम हो जाएगा ताकि रिटायरमेंट के करीब आपका पैसा सुरक्षित रहे.
- BLC (बैलेंस्ड लाइफ साइकिल) यह उन लोगों के लिए है जो लंबी अवधि तक इक्विटी का फायदा उठाना चाहते हैं लेकिन LC75 जितना जोखिम नहीं लेना चाहते. इसमें भी अधिकतम 50% तक इक्विटी में निवेश की अनुमति है. मौजूदा LC50 विकल्प में इक्विटी कम होना 35 साल की उम्र से शुरू होता था लेकिन BLC में यह बदलाव 45 साल की उम्र से शुरू होगा. यानी, आपको 10 साल ज्यादा समय तक इक्विटी ग्रोथ का फायदा मिलेगा.
पेंशन फंड को कहां करे इन्वेस्ट?
इन दो नए विकल्पों के जुड़ने के बाद, अब केंद्र सरकार के कर्मचारियों के पास NPS और UPS के तहत कुल छह अलग-अलग निवेश पैटर्न उपलब्ध हैं. कर्मचारी अपनी जरूरत के हिसाब से इनमें से कोई भी सलेक्ट कर सकते हैं.
- LC75-अधिकतम 75% इक्विटी (35 साल से कम वालों के लिए हाई ग्रोथ)
- LC-50- अधिकतम 50% इक्विटी
- BLC- अधिकतम 50% इक्विटी (45 साल की उम्र से जोखिम कम होगा)
- LC-25- अधिकतम 25% इक्विटी
- स्कीम G- 100% सरकारी बॉन्ड्स (सबसे कम जोखिम वाला)
- डिफॉल्ट ऑप्शन- PFRDA द्वारा तय किया गया स्टैंडर्ड पैटर्न
यह फैसला युवा कर्मचारियों को रिटायरमेंट के लिए पैसे को तेज़ी से बढ़ाने का मौका देता है साथ ही यह भी सुनिश्चित करता है कि जैसे-जैसे वे रिटायरमेंट के करीब आएं उनका पैसा रिस्क से दूर होता जाए.
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