Gold Price Today: सोने की कीमतों में तेजी पर को विराम लग गया. दिल्ली के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई. अखिल भारतीय सर्राफा संघ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, दिल्ली के सर्राफा बाजार में 99.9% शुद्धता वाला सोना 500 रुपये टूटकर 1,20,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. लगातार पांच दिनों से जारी तेजी पर यह पहली बार ब्रेक लगा है. इससे पहले बुधवार को सोना 1,100 रुपये की तेजी के साथ 1,21,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था. वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना भी 500 रुपये गिरकर 1,20,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. पिछले कारोबारी दिन यह 1,20,500 रुपये पर बंद हुआ था.
2 अक्टूबर को बंद रहा बाजार
गांधी जयंती और दशहरा के मौके पर गुरुवार 2 अक्टूबर 2025 को सर्राफा बाजार बंद रहे. ऐसे में शुक्रवार को खुलने पर मुनाफावसूली का दबाव देखने को मिला, जिससे कीमतों में गिरावट दर्ज की गई.
चांदी के भाव में भी गिरावट
सोने की तरह ही चांदी की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई. चांदी का भाव 500 रुपये गिरकर 1,50,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) रही. इससे पहले बुधवार को यह 1,50,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही थी.
डॉलर और मुनाफावसूली का असर
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ जिंस विश्लेषक सौमिल गांधी ने बताया कि अमेरिकी डॉलर में मामूली सुधार और निवेशकों की मुनाफावसूली की वजह से सोने में गिरावट आई. लगातार पांच दिनों तक नए रिकॉर्ड बनाने के बाद निवेशकों ने मुनाफा वसूला, जिससे सोने का भाव दबाव में आ गया.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का हाल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई. गुरुवार को हाजिर सोना 3,897.20 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर को छूने के बाद शुक्रवार को 3,863.51 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. हालांकि, साप्ताहिक आधार पर सोना लगातार सातवें हफ्ते बढ़त में रहा। यह फरवरी 2025 के बाद से सबसे लंबी तेजी का सिलसिला है.
सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग
सौमिल गांधी ने कहा कि सोने की इस लंबी तेजी के पीछे सुरक्षित निवेश वाली परिसंपत्तियों की बढ़ती मांग है. एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश और केंद्रीय बैंकों की सक्रिय खरीदारी ने भी इस रुझान को मजबूती दी है.
वैश्विक अनिश्चितता से सोने को सहारा
ऑग्मोंट रिसर्च की प्रमुख रेनिशा चैनानी ने कहा कि अमेरिका में शुल्क वृद्धि से अंतरराष्ट्रीय व्यापार को लेकर चिंता बढ़ी है. साथ ही भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोने की मांग सुरक्षित निवेश के रूप में और ज्यादा बढ़ गई है.
सोने पर अमेरिकी शटडाउन का असर
सौमिल गांधी ने यह भी बताया कि अमेरिका में वित्त पोषण की समस्याओं के कारण सरकार के कामकाज ठप पड़ने (शटडाउन) की स्थिति बन गई है. इससे बाजार प्रतिभागी अब श्रम बाजार और अर्थव्यवस्था के संकेतों के लिए निजी क्षेत्र की रिपोर्ट पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं. गैर-कृषि वेतन आंकड़ों में देरी होने की संभावना है, जो बाजार की दिशा तय करेगी.
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मुनाफावसूली के चलते सोने-चांदी का भाव गिरा
कुल मिलाकर, सोने और चांदी की कीमतों में यह गिरावट अल्पकालिक मुनाफावसूली और डॉलर की मजबूती का असर है. हालांकि, लगातार भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते सोने की लंबी अवधि की मांग अभी भी बनी हुई है.
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