लीमा : वर्ष 2015 में भारत की विकास दर 7.5 प्रतिशत से मामूली तौर पर गिरकर 7.3 प्रतिशत रहने के अनुमान के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने आज भारत से आर्थिक सुधारों के अगले चरण को शुरू करने की सिफारिश की ताकि देश में व्यापार के हालात बेहतर बनाए जा सकें जो तेजी से अधिक समावेशी विकास के लक्ष्य को पाने में सहायता करेंगे. मुद्राकोष ने कहा, ‘हाल ही में भारत में कई नीतिगत कदम उठाये गये हैं, लेकिन आपूर्ति की दीर्घकालिक अडचनों को दूर करने के लिए और कदम उठाये जाने हैं विशेषकर ऊर्जा, खनन और विद्युत क्षेत्र में.
इसी के साथ श्रम और उत्पाद बाजार में सुधार किए जाएं और व्यापार करने के माहौल को सुधारा जाए जिससे तेजी से अधिक समावेशी विकास के लक्ष्य को पाया जा सके.’ आइएमएफ और विश्वबैंक की सालाना बैठक से इतर पेरु के लीमा में मुद्रा कोष ने अपने एशिया एवं प्रशांत अद्यतन क्षेत्रीय परिदृश्य को जारी किया. इसमें उसने 2015 में भारत की विकास दर 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है.