कोलकाता : पश्चिम एशिया में प्रतिकूल भू-राजनीतिक स्थिति की वजह से देश से इंजीनियरिंग सामाना का निर्यात प्रभावित हो सकता है. इंजीनियरिंग निर्यात संवर्द्धन परिषद (ईईपीसी) ने गुरुवार को यह बात कही. ईईपीसी ने कहा कि रुपये में गिरावट से निर्यातकों को मदद नहीं मिल रही है. ईईपीसी इंडिया के चेयरमैन रवि सहगल ने कहा कि वैश्विक सुस्ती की वजह से पश्चिम एशिया को निर्यात कम हो रहा है. अब वहां तनाव से निर्यात को और झटका लगेगा.
सहगल ने कहा कि नवंबर में संयुक्त अरब अमीरात को इंजीनियरिंग निर्यात 2.3 फीसदी घटकर 26.1 करोड़ डॉलर रह गया. चालू वित्त वर्ष अप्रैल से नवंबर के दौरान निर्यात 1.74 फीसदी घटकर 298.7 करोड़ डॉलर रहा. हालांकि, इस दौरान सऊदी अरब को निर्यात में उल्लेखनीय इजाफा हुआ.
ईईपीसी ने कहा कि यदि क्षेत्र में तनाव कायम रहता है, तो वहां भी निर्यात पर असर पड़ सकता है. नवंबर में सऊदी अरब को निर्यात 48 फीसदी बढ़ा, जबकि अप्रैल-नवंबर के दौरान वहां निर्यात में 14 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. उन्होंने कहा कि रुपये में गिरावट के बावजूद इंजीनियरिंग निर्यात बढ़ नहीं रहा है, जो सामान्य रुख के उलट है.
गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-नवंबर की अवधि में देश का कुल इंजीनियरिंग निर्यात 51.07 अरब डॉलर रहा है. यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 52.15 अरब डॉलर से 2.06 फीसदी कम है.