नयी दिल्ली : सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया चालू वित्त वर्ष में राइट इश्यू और अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) समेत विभिन्न माध्यमों से पांच हजार करोड़ रुपये तक की पूंजी जुटाने की योजना बना रहा है. बैंक की यह योजना मार्च 2020 तक बासेल-तीन मानकों को पूरा करने के लिये है.
बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट 2018-19 में कहा कि वह सार्वजनिक पेशकश, राइट इश्यू या पात्र संस्थागत नियोजन के जरिये पूंजी जुटाएगा. इसके लिये 28 जून को होने वाली वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों की मंजूरी ली जाएगी.
बैंक ने कहा कि इस पूंजी का इस्तेमाल आम कारोबारी जरूरतों को पूरा करने के लिये किया जाएगा. उसने कहा कि बासेल-तीन मानक को पूरा करने के लिये उसे यह पूंजी जुटाने की जरूरत पड़ रही है. गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) के बारे में बैंक ने कहा कि एनपीए प्रबंधन उन क्षेत्रों में से एक है जिनके ऊपर ध्यान दिया जाने वाला है.
उसने कहा कि वह नकदी वसूली तथा सहमति से समाधान आदि के जरिये एनपीए में कमी लाएगा; बैंक का सकल एनपीए मार्च 2019 को समाप्त वित्त वर्ष में 19.29 प्रतिशत रहा जो इससे पूर्व वित्त वर्ष 2017-18 में 21.48 प्रतिशत था.