नयी दिल्ली : सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़ी प्रमुख कंपनी विप्रो ने मंगलवार को कहा कि उसके कुछ कर्मचारियों के खाते एक फिशिंग अभियान की चपेट में आ गये थे और उन्हें किसी भी तरह के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए कदम उठाये गये हैं. बेंगलुरु स्थित कंपनी ने कहा है कि मामले की जांच में मदद के लिए कंपनी एक स्वतंत्र फॉरेंसिक टीम की सेवाएं भी ले रही है.
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साइबर सिक्योरिटी ब्लॉग कर्ब्सऑनसिक्योरिटी ने कहा कि विप्रो की प्रणाली में सेंध लगायी गयी है और उसका इस्तेमाल उसके कुछ क्लाइंट के खिलाफ साइबर हमले के लिए किया जा रहा है. विप्रो ने ईमेल के जरिये बयान जारी कर कहा है कि फिशिंग अभियान के कारण हमारे कुछ कर्मचारियों के खातों में संभावित तौर पर असामान्य गतिविधियां दिखीं. उसने बयान में कहा है कि घटना की सूचना मिलने के साथ ही विप्रो ने जांच शुरू कर दी. प्रभावित यूजर्स की पहचान की और प्रभावों को खत्म करने के लिए कदम उठाये.
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