नयी दिल्ली : चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के यात्रियों की संख्या महज चार फीसदी बढ़ी हो, लेकिन इसी दौरान यात्रियों से होने वाली उसकी कमाई में 20 फीसदी का इजाफा हुआ है. कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, विमानों के बेहतर उपयोग से कमाई में तेज वृद्धि संभव हो सकी.
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कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विमान बेड़े का प्रभावी और समुचित उपयोग करने से यात्रियों से होने वाली कमाई 2018-19 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बढ़कर 5,538 करोड़ रुपये रही है, जबकि 2017-18 की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 4,615 करोड़ रुपये था. अधिकारी ने बताया कि उसके यात्रियों की संख्या भी इस अवधि में चार फीसदी बढ़कर 55.27 लाख रही, जो पिछले साल समान अवधि में 53.28 लाख थी.
उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि हमारे यात्रियों की संख्या भले ही चार फीसदी बढ़ी हो, लेकिन हमारी प्रति किलोमीटर सीट उपलब्धता बहुत तेजी से बढ़ी है. किसी कंपनी के लिए प्रति किलोमीटर सीट उपलब्धता बढ़ने का मतलब एक विमान में यात्रियों को ले जाने की क्षमता और एक निश्चित अवधि में विमान द्वारा तय किलोमीटर दूरी के गुणनफल के बाराबर होती है. यह पैमाना पूरी एक एयरलाइन के संबंध में इस्तेमाल किया जाता है.
अधिकारी ने कहा कि तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल 15 नयी उड़ाने शुरू की. एयर इंडिया के ऊपर करीब 48,000 करोड़ रुपये का ऋण है. पिछले साल मई में इसके विनिवेश का सरकारी प्रयास विफल रहा था. शुक्रवार को एयर इंडिया से जुड़ी चिंताओं पर नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि कंपनी की भविष्य की कमाई उसके भारी भरकम ऋण का निबटारा नहीं कर सकती और विरासत में मिली इस समस्या को कंपनी की वर्तमान चुनौतियों से अलग नहीं किया जा सकता है.
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