Bihar Chunav Result 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए दूसरे और आखिरी चरण की वोटिंग अब पूरी हो गई है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से लेकर महागठबंधन तक के नेताओं ने जमकर एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी किया. किसी ने लोगों को जंगलराज का डर दिखाया तो किसी ने बेरोजगारी और शिक्षा को मुद्दा बनाकर वोट मांगा. इन सबसे इतर लोगों के बीच नेताओं ने कुछ ऐसे नारे गढ़े जो पक्ष-विपक्ष दोनों की जुबान पर चढ़ गए. आइए जानते हैं कि बिहार चुनाव में कौन-कौन से नारे फेमस हुए.
वोट चोर गद्दी छोड़
बिहार विधानसभा चुनाव के एलान से पहले महागठबंधन (राजद+कांग्रेस) ने बिहार में SIR के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ा. इस दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के मंच से “वोट चोर गद्दी छोड़” का नारा दिया और विपक्ष के नेता और समर्थक केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लगातार इस नारे का इस्तेमाल करते दिखे.
25 से 30 फिर से नीतीश
पिछले दो दशक से बिहार की राजनीति पर काबिज जनता दल यूनाइटेड ने इस बार चुनाव में उतरने से पहले “25 से 30 फिर से नीतीश” का नारा दिया. एनडीए नेताओं की रैलियों और सभाओं में इस नारे का जमकर इस्तेमाल किया गया और एनडीए के नेता आम जनता तक यह मैसेज देने की कोशिश करते रहे कि आज बिहार की जो छवि बदली है वह सीएम नीतीश के वजह से बदली है.
नहीं चाहिए कट्टा सरकार
वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता पर काबिज और बिहार की सत्ता में सहयोगी भारतीय जनता पार्टी ने भी दो नारे खूब लगवाएं इनमें पहला नारा “रफ्तार पकड़ चुका बिहार, फिर से NDA सरकार” और दूसरा नारा “नहीं चाहिए कट्टा सरकार, बिहार में फिर NDA सरकार” रहा.

