Election Express: बिहार में इस बार का विधानसभा चुनाव खास माना जा रहा है. प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस जनता के बीच जाकर उनके स्थानीय मुद्दों को जानने का प्रयास कर रहा है. इसी क्रम में शनिवार को अमनौर के ठाकुरबारी मंदिर में प्रभात खबर चौपाल का आयोजन किया गया, जहां बड़ी संख्या में स्थानीय लोग पहुंचे और नेताओं से सीधा संवाद किया.
चौपाल में चर्चा में रहे ये मुद्दे
चौपाल के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे बुनियादी मुद्दे छाए रहे. लोगों ने कहा कि अमनौर क्षेत्र में पलायन की समस्या लंबे समय से बनी हुई है. युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल पा रहे हैं क्योंकि स्थानीय स्तर पर उद्योग नहीं लग रहे हैं. यदि क्षेत्र में छोटी-छोटी फैक्ट्रियां लगाई जातीं, तो युवाओं को रोजगार मिलता और अमनौर का भी विकास होता. शिक्षा को लेकर भी लोगों ने अपनी नाराजगी जताई. उनका कहना था कि स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर की भारी कमी है. कई जगहों पर एक ही भवन में दो से तीन स्कूल अलग-अलग शिफ्ट में संचालित हो रहे हैं, जिससे पढ़ाई प्रभावित होती है.
स्वास्थ सेवाओं पर हुई बात
वहीं स्वास्थ सेवाओं पर बात करते हुए लोगों ने कहा कि अस्पतालों में दलालों का बोलबाला है, जिससे गरीबों को सही उपचार नहीं मिल पाता. उच्च शिक्षा के अवसर भी सीमित हैं, जिस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए. स्थानीय विकास योजनाओं में हो रही अनियमितताओं को लेकर भी जनता ने सवाल उठाए. सड़क निर्माण, नल-जल जैसी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में गड़बड़ी की शिकायत सामने आई. लोगों ने कहा कि स्थानीय विधायक को इस पर गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए.
चौपाल में मौजूद रहे ये नेता
चौपाल में भाजपा की ओर से बिहार सरकार के मंत्री और स्थानीय विधायक कृष्ण कुमार मंटू के प्रतिनिधि के रूप में संजय गिरि मौजूद रहे. वहीं जनसुराज नेता और पूर्व विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा, कांग्रेस नेता हरेश राय और राजद नेता नंदकिशोर सिंह ने भी जनता के सवालों का जवाब दिया. चौपाल के दौरान लोग नेताओं से सीधे सवाल पूछकर अपनी समस्याएं साझा करते दिखे. यह चौपाल इस बात का प्रमाण बना कि अमनौर की जनता विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मूल मुद्दों को लेकर गंभीर है और आने वाले चुनाव में इन्हीं बिंदुओं पर अपने प्रतिनिधियों से जवाब मांगेगी.
पलायन रुके इसके लिए हम लोग करेंगे काम
पूर्व विधायक और जन सुराज के प्रतिनिधि शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा ने कहा मैंने अपने कार्यकाल में विकास की योजनाओं को धरातल पर उतारा, लेकिन वर्तमान के जो भाजपा विधायक हैं. उनका कोई अता पता नहीं रहता. अब अमनौर की जनता बदलाव के मूड में है. जनसुराज एक बेहतर विकल्प के रूप में सामने आयेगा. हमारा एजेंडा स्पष्ट है. सरकार बनते ही शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की दिशा में काफी तेजी से काम किया जायेगा. पलायन रुके इसके लिए भी हम लोग काम करेंगे. अमनौर में उद्योग लगाये जायेंगे. जिससे पलायन रुक सके. शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की पहल सबसे जरूरी है.
वर्तमान सरकारी के कार्यकाल में कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर
पूर्व प्रमुख और राजद नेता नंदकिशोर सिंह ने कहा वर्तमान विधायक तो सरकार में मंत्री भी हैं. उसके बावजूद अमनौर में कहीं कोई विकास नहीं दिख रहा है. योजनाओं में लूट खसोट मची हुई है. जबकि विगत कई टर्म से यहां एनडीए के ही प्रतिनिधि विधायक बनते रहे. जनता अब इस सरकार के खोखले वादों से ऊब चुकी है. निर्माण कार्य में काफी अनियमितता बरती जा रही है. सरकारी कार्यालय में बिना घूस व कमीशनखोरी के कोई काम नहीं हो रहा है. हमारी सरकार बनते ही सबसे पहले इन सब अनियमिताओं पर कार्रवाई होगी.
अमनौर में काफी विकास हुआ है और आगे भी होगा
विधायक के प्रतिनिधि संजय गिरि ने कहा विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं है. हम लोग फिर से चुनाव जीतेंगे और अमनौर का चौमुखी विकास होगा. आज जितनी भी योजनाएं हैं. वह ठीक ढंग से संचालित हो रही हैं. कुछ लोग सिर्फ अड़ंगा डालने का काम करते हैं. डबल इंजन की सरकार बिहार में काफी अच्छा कर रही है. आज जनता का भरोसा बढ़ा है. स्थानीय विधायक जनता के साथ जुड़कर उनकी समस्याओं के निदान के लिए प्रयास करते रहते हैं. जिन इलाकों में बाढ़ के कारण कटाव की समस्या है. वहां युद्ध स्तर पर कटावरोधी कार्य हुआ है. शिक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्र में जो काम हुआ है. वह धरातल पर दिख रहा है.
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सरकार के पास पलायन रोकने का कोई एजेंडा नहीं है
कांग्रेस नेता हरेश राय ने कहा इस बार अमनौर विधानसभा क्षेत्र की जनता बदलाव के लिए तैयार है. पलायन रोकने का इस सरकार के पास कोई एजेंडा नहीं है. नौकरी देने के नाम पर सिर्फ खोखले वादे किये जा रहे हैं. आज युवा बेरोजगार हैं और हर दिन दूसरे प्रदेशों में कमाने जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग में तो काफी अनियमितता है. अस्पतालों में चिकित्सक नहीं हैं. दलाल हावी रहते हैं. इस पर हमारे विधायक कोई संज्ञान नहीं लेते. अब चुनाव का समय आया तो सरकार तरह-तरह की योजनाएं ला रही है. जनता इसमें फंसने वाली नहीं है.

