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मीना बाजार की 160 दुकानें अवैध घोषित

प्रशासन से अनुमति बगैर पक्की दुकान बनाने का मामला मुजफ्फरपुर : नगर निगम ने मीना बाजार की 160 दुकानों को अवैध घोषित कर दिया है. ये वहीं दुकानें हैं, जो आग लगने के बाद पक्की बनायी गयी थी. निगम अब इनके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी में है. नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने दुकानदारों के […]

प्रशासन से अनुमति बगैर पक्की दुकान बनाने का मामला
मुजफ्फरपुर : नगर निगम ने मीना बाजार की 160 दुकानों को अवैध घोषित कर दिया है. ये वहीं दुकानें हैं, जो आग लगने के बाद पक्की बनायी गयी थी. निगम अब इनके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी में है. नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने दुकानदारों के नाम कारण बताओ नोटिस जारी किया है. तीन दिनों के अंदर सभी दुकानदारों को नोटिस का जवाब देने को कहा गया है. इससे बगैर अनुमति लकड़ी की गुमटी तोड़कर पक्की दुकान बनाने वाले दुकानदारों में खलबली है.
करने लगे पैरवी
निगम की नोटिस मिलते ही दुकानदारों ने हाथ-पांव मारना शुरू कर दिया है. नगर विधायक से लेकर पूर्व विधायक तक के यहां पैरवी होन लगी है. हालांकि, जिला व निगम प्रशासन से पक्की दुकान बनाने का कोई लिखित आदेश नहीं होने के कारण जनप्रतिनिधि इस मुद्दे पर बोलने से बच रहे हैं.
जल गया था बाजार
पांच माह पूर्व मीना बाजार में आग लगी थी. इसमें बाजार की अधिकांश दुकानें जल गयी थीं. घटना के 24 घंटे के अंदर ही यहां के दुकानदारों आपस में बैठक कर जली लकड़ी की दुकान व नष्ट सामान को हटाकर पक्की दुकान का निर्माण शुरू कर दिया था. इस दौरान मौके पर प्रमंडलीय आयुक्त से लेकर डीएम, एसएसपी व नगर आयुक्त तक पहुंचे, लेकिन किसी ने उस वक्त पक्का निर्माण रोकने की कोशिश नहीं की. इसके बाद देखते ही देखते बाजार के सभी दुकानदारों ने अपनी दुकान तोड़कर पक्की दुकान बना ली.
कहा था, बनायेंगे मार्केट कांप्लेक्स
मीना बाजार में 208 दुकानें हैं. अगलगी के दौरान इनमें से 180 दुकानें जल गयी थीं. इसके बाद मौके पर पहुंचे कमिश्नर अतुल प्रसाद ने मीना बाजार में मार्केट कांप्लेक्स बनाने की बात कही थी.
नगर निगम की ओर से भी इस तरह का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन तब दुकानदारों ने इसे खारिज कर दिया था. उनका कहना था कि हम लोग अपने हिसाब से दुकान बनायेंगे. इसके बाद से पक्की दुकानें बनाने का सिलसिला शुरू हो गया था.
किराया भी नहीं हो रहा जमा
नगर निगम से 160 दुकानदारों ने स्टॉल किराया पर ले रखा था. इसमें से अधिकांश दुकानदारों के यहां निगम का लाखों रुपये बकाया है. आग लगने के बाद दुकानदारों ने किराया माफ करने का मुद्दा उठाया था, जिसे निगम खारिज कर दिया था. पक्की दुकान बनाने के बाद भी निगम ने कई बार दुकानदारों को नये सिरे से एग्रीमेंट कराने का निर्देश दिया, लेकिन दुकानदार पुराने रेट पर ही किराया जमा करने पर अड़े थे. इसके बाद कई बार एग्रीमेंट कराने का दबाव स्टॉल शाखा की ओर से पड़ा, लेकिन आज तक यह काम नहीं हो सका.
बड़ा सवाल, पहले क्यों नहीं रोका?
नगर निगम की ओर से मीना बाजार की पक्की दुकानों को अवैध घोषित किये जाने का मामला खानापूर्ति माना जा रहा है. जानकारों का कहना है कि निगम ऑफिस से चंद कदमों की दूरी पर मीना बाजार है. महीनों यहां पर पक्की दुकानों का निर्माण हो रहा था, लेकिन निगम की ओर से नहीं रोका गया. अब दुकानदारों को नोटिस जारी किया गया है, जो केवल खानापूर्ति के अलावा और कुछ नहीं है?
कुआं पर कब्जा करने वाले पर होगा एफआइआर
मुजफ्फरपुर : कंपनीबाग मीना बाजार के समीप सालों पुराने कुआं को नगर निगम के मना करने के बाद भी कब्जा की कोशिश चल रही है. स्थानीय लोगों की बार-बार मिल रही शिकायत के बाद नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कुआं को कब्जा करने वाले पान दुकानदार मो मुन्ना के खिलाफ नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया है.

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