फुसरो: अनुमंडलीय अस्पताल फुसरो खुद बीमार है. लगभग छह करोड़ की लागत से निर्मित अस्पताल के नये भवन का उद्घाटन 20 अगस्त 2012 को किया गया. एक ही साल में अस्पताल के बेड अव्यवस्थित हो गये हैं. कमरों में पानी रिस रहा है. दरवाजे-खिड़की व ग्रिल टूट रहे हैं. अस्पताल के मुख्य द्वार पर काफी जल-जमाव हो गया है. पेयजल कनेक्शन अस्पताल में नहीं रहने के कारण मरीजों को पानी के लिये परेशानी होती है.
ओपीडी में इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों को समस्याओं से जूझना पड़ता है. चार चिकित्सकों की नियुक्ति के बावजूद आपातकालीन स्थिति में चिकित्सक उपलब्ध नहीं होते हैं. एक सप्ताह पूर्व विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह ने अस्पताल का निरीक्षण किया था, उस वक्त चिकित्सक नदारद मिले थे. इधर, 29 जून को शाम 4:30 बजे मुरारी सिंह अपनी घायल बहन का इलाज कराने अस्पताल पहुंचा तो कोई चिकित्सक नहीं मिले. दो घंटा चिकित्सक का इंतजार करने के बाद उन्हें बिना इलाज कराये लौटना पड़ा. अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ एसपी सिंह सिंह यहां नहीं रहते हैं. उन्होंने आवास कोडरमा में रखा है, जहां से आवागमन करते हैं. रोस्टर के मुताबिक इनकी डय़ूटी मंगलवार, बुधवार व शुक्रवार को है.
वहीं पदस्थापित डॉ बीएन चौधरी की डय़ूटी सोमवार, मंगल, बुधवार व शनिवार को है. डॉ संगीता कुमारी की डय़ूटी सोमवार, बुधवार, गुरुवार व शनिवार को रहता है. ये बोकारो से आती हैं. वहीं डॉ विभा सिंह सोमवार की रात के अलावा मंगलवार, गुरुवार व शनिवार में दिन की डय़ूटी निर्धारित है. ये भी बोकारो से आवागमन करती हैं. अस्पताल के सफाई मजदूरों को 22 माह से मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है. सफाई कर्मी धर्मेद्र कुमार व सुंदरी देवी ने बताया कि मजदूरी नहीं मिलने से उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति है.