बोकारो: चिन्मय परिवार की ओर से आयोजित छह दिवसीय ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ चिन्मय विद्यालय के तपोवन सभागार में शनिवार को हुआ. ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ स्वामी अद्वैतानंद सरस्वती, मुख्य अतिथि अमिताभ कुमार प्रधान न्यायाधीश, वीके तिवारी सीजेएम, स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती, आचार्या चिन्मय मिशन बोकारो, सचिव महेश त्रिपाठी, प्राचार्य डॉ़ अशोक सिंह ने मंत्रोच्चारण के साथ दीप प्रज्जवलीत कर किया. मुख्य अतिथि अमिताभ कुमार ने कहा : रामायण तो रामलीलाओं से भरा हुआ है.
यह सिर्फ ग्रंथ ही नहीं यह जीवन दर्शन भी है. जीवन की सारी भावनाओं, उच्च विचार मौजूद हैं, जिसे अपना कर हम अपना जीवन बदल सकते है. स्वामी जी ने नाम रामायण प्रसंग की व्याख्या करते हुए कहा : जीवन को आदशरे से भरना है, तो रामायण ग्रंथ को अवश्य पढ़े व अनुसरण करें. देश की सभी भाषाओं में ज्ञानियों ने रामायण को लिखा है. साथ ही विदेशों में भी रामायण ग्रंथ अत्यधिक लोकप्रिय है.
रामायण में राम से बड़ा राम का नाम है. अगर हम अपने जीवन में छोटे – छोटे नामों के सहारे कुछ काम कर लेते हैं, तो प्रभु का नाम लेने से बड़े-बड़े काम आसानी से संपन्न हो सकते हैं. उन्होंने बाल रामायण में चर्चित प्रभु राम के नामों की व्याख्या बड़े ही रोचक व सहज भाव से की. सचिव महेश त्रिपाठी ने चिन्मय मिशन की समस्त गतिविधियों के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया व सभी गण मान्य अतिथियों व भक्तजनों का स्वागत किया. उन्होंने सभी भक्त जनों से आग्रह किया कि अधिक से अधिक संख्या में आकर ज्ञान यज्ञ का लाभ उठायें व अपने जीवन को सुखी बनायें. डॉ अशोक सिंह ने आये हुए सभी भक्तों जनों, चिन्मय मिशन के सभी सदस्यों, गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन दिया.