Yemen Houthi threat Saudi Arabia: यमन के हूती विद्रोहियों और सऊदी अरब के बीच हालात पहले से और तनावपूर्ण हो गए हैं. यमनी शिया चरमपंथी समूह ने 9 मार्च को सऊदी अरब को चेतावनी देते हुए एक बयान जारी किया. इसमें उन्होंने कहा कि यदि सऊदी अरब अमेरिका के नेतृत्व में चल रहे हमलों में शामिल होता है, तो उसे बेहद बुरे अंजाम झेलने पड़ सकते हैं. उन्होंने सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको को निशाना बनाने की बात कही है.
शेयर किया वीडियो
हूतियों ने एक वीडियो भी शेयर किया. इसमें पहले से किए गए हमलों की झलक दिखाई दे रही है. उनका साफ कहना है कि यदि सऊदी अरब ने अमेरिका का साथ दिया, तो उसके तेल भंडारों को निशाना बनाया जाएगा.
हूती विद्रोही कौन है ?
हूती विद्रोही यमन के एक शिया चरमपंथी संगठन हैं, जो लंबे समय से सऊदी अरब के खिलाफ विरोध और हमलों में शामिल रहे हैं.
हूतियों ने क्या चेतावनी दी?
हूती सैन्य बलों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट डालकर कहा कि इजरायल के यमन के विरुद्ध सऊदी अरब और अमेरिका की सैन्य गतिविधियां लगातार तेज हो रही हैं. सऊदी अरब इसमें शामिल न हो. यदि इसे रोका नहीं गया, तो आपके तेल भंडार नहीं बचेंगे. आगे उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा ही चलता रहा, तो हम सऊदी अरब के आसमान को आग के बादलों से ढक देंगे, जिसे पूरी दुनिया देखेगी.
हूतियों के विरुद्ध अमेरिका का अभियान
हूतियों द्वारा फिलिस्तीन समर्थन में लाल सागर से आने-जाने वाले जहाजों पर निशाना बनाया जा रहा है. जिसके बाद अमेरिका की मदद से पश्चिमी सेनाओं ने हूतियों के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है. इस अभियान का उद्देश्य है कि अंतरराष्ट्रीय जल मार्ग पर व्यापार को सुनिश्चित करना, जो अभी हूतियों द्वारा लाल सागर से आने-जाने वाले जहाजों पर बार-बार हमलों के कारण बाधित हो रहा है. अमेरिका के नेतृत्व में यह अभियान 15 मार्च को शुरू हुआ था, जिसके बाद से ही लगातार हूतियों के ठिकानों को ढूंढ-ढूंढ कर निशाना बनाया जा रहा था. जिसके बाद उनके द्वारा यह कदम उठाया गया.