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बगराम एयरबेस लौटाओ नहीं तो भारी परिणाम! ट्रंप ने तालिबान को दी खुली धमकी, अमेरिका की नजर चीन के परमाणु जखीरे पर

Trump Bagram Airbase Warning: डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान को बाग्राम एयरबेस वापस करने का अल्टीमेटम दिया. तालिबान और चीन ने विरोध जताया. जानें अमेरिका की चेतावनी, एयरबेस की रणनीतिक अहमियत, और संभावित वैश्विक प्रभावों पर क्या है जानकारी.

Trump Bagram Airbase Warning: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान को बड़ा संदेश भेजा है. उन्होंने अफगानिस्तान को साफ संदेश भेजा है कि अगर बाग्राम एयरबेस वापस नहीं मिला, तो ;बड़े नुकसान होंगे’ (भारी परिणाम). यह चेतावनी उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर शनिवार को दी. ट्रम्प ने कहा, “अगर अफगानिस्तान ने बाग्राम एयरबेस वापस नहीं किया, जो कि अमेरिका ने बनाया था, तो BAD THINGS ARE GOING TO HAPPEN!!!”.

ब्रिटेन दौरे में ट्रम्प ने जताई चिंता

ब्रिटेन दौरे के दौरान ट्रंप ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ खड़े होकर कहा था, “हम इसे वापस लेने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि उन्हें हमारी चीजों की जरूरत है. हमने इसे उनके लिए मुफ्त में दे दिया था.” उन्होंने यह भी जोड़ा कि बाग्राम एयरबेस चीन के न्यूक्लियर मिसाइल निर्माण स्थल से सिर्फ एक घंटे की दूरी पर है, इसलिए इसकी रणनीतिक अहमियत बहुत ज्यादा है.

Trump Bagram Airbase Warning: बाग्राम एयरबेस – अमेरिका का पुराना किला

बाग्राम एयरबेस, जो काबुल से 40 किलोमीटर उत्तर में स्थित है, अफगानिस्तान में अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य ठिकाना था और 20 साल की युद्धकालीन ऑपरेशन्स का मुख्य हब भी. जुलाई 2021 में, अमेरिकी और NATO फोर्सेज ने इसे छोड़ दिया था, ट्रंप के ब्रोकर किए गए शांति समझौते के तहत, जिसने तालिबान की सत्ता में वापसी का रास्ता साफ किया.

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तालिबान का सख्त रुख

तालिबान सरकार ने फिर से साफ कर दिया है कि अफगानी जमीन पर किसी भी विदेशी सैनिक की मौजूदगी स्वीकार्य नहीं है. विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने कहा. अन्य अफगानी अधिकारियों ने भी यही रुख अपनाया. विदेश मंत्रालय के जाकिर जलाली ने लिखा कि अफगानिस्तान राजनीतिक और आर्थिक सहयोग के लिए तैयार है, लेकिन “अमेरिका को सैन्य मौजूदगी फिर से स्थापित करने की अनुमति नहीं होगी.”

चीन की प्रतिक्रिया

चीन ने भी ट्रंप के बयान पर नाराजगी जताई. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, “चीन अफगानिस्तान की स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करता है. अफगानिस्तान का भविष्य उसके लोगों के हाथ में होना चाहिए. क्षेत्रीय तनाव बढ़ाना समर्थन हासिल नहीं करेगा.”

Trump Bagram Airbase Warning: रणनीतिक अहमियत और अमेरिका की चिंता

विश्लेषकों का कहना है कि बाग्राम एयरबेस का लोकेशन उसे सेंट्रल और साउथ एशिया के अस्थिर क्षेत्रों तक पहुंच देता है. साथ ही यह चीन के शिनजियांग क्षेत्र के पास भी है, जहां न्यूक्लियर मिसाइल साइट्स हैं. कोई भी अमेरिकी कदम इसे चीन की सुरक्षा हितों के खिलाफ माना जाएगा.

जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या ट्रंप सैनिक भेजने पर विचार करेंगे, तो उन्होंने ज्यादा खुलासा नहीं किया. बस इतना कहा, “हम इसके बारे में बात नहीं करेंगे, लेकिन हम अफगानिस्तान से बात कर रहे हैं और इसे तुरंत वापस चाहते हैं. अगर वे नहीं देंगे, तो आप देखेंगे कि मैं क्या करने वाला हूं.”

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Govind Jee
Govind Jee
गोविन्द जी ने पत्रकारिता की पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय भोपाल से की है. वे वर्तमान में प्रभात खबर में कंटेंट राइटर (डिजिटल) के पद पर कार्यरत हैं. वे पिछले आठ महीनों से इस संस्थान से जुड़े हुए हैं. गोविंद जी को साहित्य पढ़ने और लिखने में भी रुचि है.

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