तुर्की और सीरिया में आये भीषण भूकंप से अब तक 5000 हजार से अधिक लोगों की मौत की खबर है. जबकि 26,000 से ज्यादा लोग घायल बताये जा रहे हैं. इस संकट की घड़ी में भारत ने मदद के लिए अपने कदम बढ़ाते हुए NDRF की दो टीमों तुर्की रवाना किया. भारत की इस पहल से खुश तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने भारत को दोस्त बताते हुए कहा की,’ जो जरूरत के समय काम आता है वही सच्चा दोस्त होता है’.
तुर्की ने भारत की बताया ‘सच्चा दोस्त’
तुर्की राजदूत फिरत सुनेल ने कहा की जब हमने राहत और बचाव के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की मांग की तो, भारत प्रतिक्रिया देने वाले पहले देशों में से एक था, तुर्की ने भी कोविड संकट के समय भारत को चिकित्सकीय मदद से भेजी थी, उन्होंने कहा की भारत हमारा सच्चा दोस्त है जिसने संकट के समय सबसे पहले हाथ बढ़ाया.
सीरिया के राजदूत ने पीएम मोदी का किया शुक्रिया
इधर भारतीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने सीरिया के दूतावास का दौरा किया और कल भूकंप से हुई तबाही के लिए राजदूत बासम अल-खतीब के प्रति संवेदना व्यक्त की. विदेश मंत्रालय ने कहा कि शीघ्र सहायता प्रदान करने के लिए पीएम मोदी की सहानुभूति और प्रतिबद्धता का संदेश दिया.
101 कर्मियों के साथ NDRF टीम G-17 विमान से हुई रवाना
इधर तुर्की और सीरिया में हुई आपदा से निबटने के लिए NDRF की दो टीमें मंगलवार को राहत एवं बचाव कार्यों में मदद करने के लिए रवाना हुई. जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि संघीय आपदा बल (federal disaster force) के साथ दो खोजी कुत्ते, चार पहिया वाहन, हथौड़े, कटाई करने वाले औजार, प्राथमिक चिकित्सा से संबंधित दवाएं और संचार प्रणाली भी भेजी गई है. एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि दिल्ली के पास स्थित गाजियाबाद और कोलकाता स्थित दलों के कुल 101 कर्मियों को उपकरणों के साथ हिंडन एयरबेस से भारतीय वायु सेना के जी-17 विमान के जरिये तुर्की के लिए रवाना किया गया.