Maduro Warns US: कैरिबियन में अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है. इस बीच वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि देश के प्रमुख वायु रक्षा ठिकानों पर 5,000 रूसी इग्ला-एस मिसाइलें तैनात की गई हैं. यह जानकारी सीएनएन ने दी है. मादुरो ने यह घोषणा वेनेजुएला डे टेलीविजन (VTV) पर सैन्य कर्मियों के साथ एक कार्यक्रम के दौरान की. उन्होंने कहा, “दुनिया का कोई भी सैन्य बल इग्ला-एस की ताकत जानता है और वेनेज़ुएला के पास कम से कम 5,000 ऐसी मिसाइलें हैं.”
Maduro Warns US: इग्ला-एस मिसाइलें क्या हैं?
इग्ला-एस मिसाइलें अमेरिकी स्टिंगर मिसाइलों जैसी हैं. ये कम दूरी और कम ऊंचाई पर उड़ने वाले हवाई लक्ष्यों के खिलाफ प्रभावी हैं. इनका इस्तेमाल क्रूज मिसाइलों, ड्रोन, हेलीकॉप्टर और कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमानों को मार गिराने के लिए किया जा सकता है. मादुरो ने कहा कि ये हल्की मिसाइलें सैनिक द्वारा आसानी से ले जाई जा सकती हैं और “इस क्षेत्र के आखिरी पहाड़, आखिरी कस्बे और आखिरी शहर तक” तैनात की गई हैं.
अमेरिका की प्रतिक्रिया
अमेरिका ने कैरिबियन में 4,500 मरीन और नाविकों को तैनात किया है. इसका उद्देश्य केवल ड्रग तस्करी के खिलाफ अभियान चलाना नहीं है, बल्कि सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करना भी है. अमेरिकी तट के पास इन नावों पर कई हमले किए गए हैं, जिन पर अमेरिका का आरोप है कि वे नशीले पदार्थों की तस्करी कर रही थीं. हालांकि, अमेरिकी संसद के दोनों दलों ने इन “नार्को बोट्स” पर हमलों की वैधता पर सवाल उठाए हैं. पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सीआईए को वेनेजुएला में सीक्रेट कार्रवाई करने का अधिकार दिया है.
ट्रंप ने यह भी कहा कि वे अब अपने अभियान को जमीनी स्तर तक बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं, क्योंकि समुद्र पर उनका नियंत्रण पहले ही स्थापित हो चुका है. सीएनएन के अनुसार, ट्रंप प्रशासन महीनों से चुपचाप वेनेज़ुएला में संभावित सैन्य कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. मादुरो को ड्रग तस्करों और कार्टेलों से जोड़ा गया है, जिन्हें अमेरिका ने आतंकवादी समूहों के रूप में नामित किया है. फिलहाल, अमेरिकी कार्रवाई का उद्देश्य मादुरो पर स्वेच्छा से पद छोड़ने का दबाव डालना है.
इग्ला-एस मिसाइलों की ताकत
रूस की सरकारी कंपनी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट, जो इग्ला-एस का निर्यात करती है, के अनुसार इनकी मारक क्षमता 6,000 मीटर तक है और ये अधिकतम 3,500 मीटर ऊंचाई पर स्थित लक्ष्यों तक पहुंच सकती हैं. सीएनएन ने बताया कि मादुरो द्वारा बताई गई मिसाइलों की सटीक संख्या की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो पाई, लेकिन यह पुष्टि हुई है कि ये मिसाइलें वेनेज़ुएला के शस्त्रागार का हिस्सा हैं. देश के रक्षा मंत्री व्लादिमीर पैड्रिनो की कराकस में इन लॉन्चरों के साथ कई बार तस्वीरें ली गई हैं.
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