coronavirus, hydroxychloroquine: दुनिया पर छाए कोरोना संकट के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए भारतीय दवा हॉइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल के समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि मलेरिया की दवा कोविड-19 के इलाज में केवल इसलिए खारिज किया जा रहा है क्योंकि उन्होंने इसके लिए सलाह दी है.
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि जब मैं कोई चीज रिकमेंड करता हूं तो वे इसे खारिज करना पसंद करते हैं.हॉइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन सामान्य तौर पर अस्पताल कर्मियों को दिया जा रहा है. अप्रैल माह में भारत ने हॉइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की बड़ी खेप अमेरिका को भेजी थी.
हालांकि इस दवा के कोरोना के इलाज में कारगर होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक इस दवा के इस्तेमाल से हृदय संबंधी मुश्किलें बढ़ जाती हैं. पिछले ही महीने अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने कोरोना संक्रमण के इलाज में इस दवा के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी जारी कर चुका है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने भी कहा है कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के कोरोना के इलाज में कारगर होने के अब तक कोई सबूत नहीं मिले हैं.
बीबीसी के मुताबिक, कोरोना वायरस के इलाज के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले मार्च में कारगर बताया था. 73 साल के डोनाल्ड ट्रंप ने इसके बाद मई में कहा कि उन्होंने इस दवा से अपना इलाज किया. उन्होंने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि 14 दिनों तक इस दवा का सेवन करने के बाद भी उन्हें कोई साइड इफेक्ट महसूस नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा कि मैं केवल अपनी बात रख सकता हूं, काफी पढ़ने और जानकारी हासिल करने के बाद मुझे लगता है कि शुरुआती स्टेज में यह कारगर दवा है. मेरे ख्याल से इसके इस्तेमाल से आपका कोई नुकसान नहीं होता है, वरना यह इतनी लोकप्रिय नहीं होती.
उनके इस बयान से पहले ट्विटर ने उनके बड़े बेटे पर इस दवा की प्रशंसा वाले एक वीडियो पोस्ट करने के बाद 12 घंटे के लिए पाबंदी लगाई है.यह पाबंदी उन पर एक वीडियो पोस्ट करने के चलते लगाई गई है जिसमें हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के फायदे बताए गए हैं. ट्विटर के मुताबिक ट्रंप जूनियर का वीडियो कोविड-19 को लेकर गलत सूचनाओं के नियम का उल्लंघन है. हालांकि इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप जूनियर अपने एकाउंट को ब्राउज कर पाएंगे और सीधे मैसेज भेज सकते हैं.
Posted By: Utpal kant