यरुशलम : इस्राइल और अमेरिका ने आज भूमध्यसागर के उपर एक संयुक्त मिसाइल परीक्षण किया जिससे सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के शासन के खिलाफ संभावित सैन्य कार्रवाई को लेकर हलचलें बढ़ गयीं.रुस की सरकारी मीडिया ने सबसे पहले मिसाइन परीक्षण की खबर दी जिसके बाद पिछले महीने एक कथित रासायनिक हमले को लेकर संकटग्रस्त सीरियाई शासन के खिलाफ अमेरिका नीत कार्रवाई को लेकर दुनिया भर में आशंकाएं बढ़ गयीं. कथित रासायनिक हमले में 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे.
इस्राइली रक्षा मंत्रालय ने बाद में कहा कि उसने सफलतापूर्वक स्पैरो मिसाइल के नए संस्करण का परीक्षण किया जो स्वदेश में विकसित ऐरो मिसाइल रोधी प्रणाली का हिस्सा है.वहीं, अमेरिकी रक्षा विभाग ने मिसाइल परीक्षण की पुष्टि करते हुए कहा कि उसने इस्राइल के मिसाइल परीक्षण के लिए ‘‘तकनीकी सहायता और मदद उपलब्ध करायी.’’ लेकिन पेंटागन के प्रवक्ता जॉर्ज लिटिल ने कहा कि परीक्षण का सीरिया के कथित रासायनिक हथियारों के हमले के जवाब में अमेरिका की सैन्य कार्रवाई के विचार से कुछ लेना देना नहीं है.’’
परीक्षण के बाद उपजी चिंताओं से दुनिया भर के वित्तीय बाजारों में शुरुआती गिरावट आयी लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हो गयी.सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने चेतावनी दी है कि अगर संकट से जूझ रहे उनके शासन के खिलाफ सैन्य हमला हुआ तो यह क्षेत्रीय युद्ध का रुप ले सकता है जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज कहा कि वे दमिश्क में सैन्य हस्तक्षेप के लिये कांग्रेस से अनुमति पाने के प्रति आश्वस्त हैं.
सीरिया पर संभावित हमले के बारे में अमेरिकी संसद के सदस्यों से मुलाकात से पहले ओबामा ने आज कहा कि उनका मानना है कि अमेरिका की सैन्य योजना उचित, आनुपातिक, सीमित है और ‘‘थल सेना का इस्तेमाल इसमें शामिल नहीं है.’’उन्होंने कहा, ‘‘यह इराक नहीं है, यह अफगानिस्तान नहीं है.’’ ओबामा ने कहा कि सीरिया में सैन्य हमले के लिये अधिकृत करने वाले प्रस्ताव को कांग्रेस में पारित कराने को लेकर वह ‘‘आश्वस्त’’ हैं.
इससे पहले असद ने फ्रांसीसी अखबार ले फिगारो को दिये एक साक्षात्कार में चेतावनी दी कि अगर अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगियों ने सीरिया पर हमला किया तो ‘‘अराजकता और आतंकवाद’’ फैलेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘एक बार बारुद भड़कने पर हालात हर किसी के हाथ से बाहर हो जाएंगे. एक क्षेत्रीय युद्ध का खतरा है.’’