रोम : प्रवासियों को लेकर जा रही नौका के कल रात लीबिया के तट के निकट भूमध्यसागर में डूब जाने से 700 लोगों के मरने की आशंका है. इस आशय की जानकारी इटली के तटरक्षक बल और अन्य सुरक्षा अधिकारियों ने आज दी. यूएनएचसीआर प्रवक्ता कैरलोटा सैमी ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि हम भूमध्यसागर में अब तक सबसे बडे नरसंहार को देखने जा रहे हैं.’
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक तटरक्षक बल ने एक बयान में कहा कि लगता है कि प्रवासियों को लेकर आ रही 20 मीटर लंबी नौका पर सवार लोगों ने कल देर रात जब एक पुर्तगाली व्यापारिक जहाज को अपनी ओर आते देखा तो वे एक ओर चले गये होंगे.
इससे नौका का संतुलन बिगड गया होगा और वह पलट गयी होगी. व्यापारिक जहाज को प्रवासियों की मदद के लिए भेजा गया था. तटरक्षकों और अन्य प्राधिकार का कहना है कि नौका पर कितने लोग सवार थे और कितने लोगों को अभी भी बचाया जा सकता है, यह पता लगाने का फिलहाल कोई तरीका नहीं है.
अधिकारी हादसे में जीवित बचे लोगों से जानकारी एकत्र कर रहे हैं ताकि नौका में सवार लोगों की संख्या ज्ञात की जा सके. इस खबर पर नजर रखे हुए तमाम लोगों में शामिल, पोप फ्रांसिस ने सेंट पीटर्स स्क्वायर पर जमा श्रद्धालुओं से कहा, ‘आशंका है कि सैकडों लोग मारे गये हैं.’ इटली के प्रधानमंत्री मेटिओ रेंजी ने इस हादसे पर चर्चा के लिये आज रात अपने शीर्ष मंत्रियों की बैठक बुलायी है.
नाव लीबिया के समुद्र तट से 96 किलोमीटर और इटली के लामपेदुसा द्वीप से 193 किलोमीटर दक्षिण में डूबी. एक हफ्ते पहले दो दूसरे जहाजों के डूबने से करीब 450 लोग मारे गए थे.
इस साल की शुरुआत से अब तक लीबिया और इटली के बीच समुद्र क्षेत्र में करीब 1,500 प्रवासी डूबकर मारे जा चुके हैं. सहायता संगठनों ने बेहतर तलाशी एवं बचाव प्रणाली और यूरोप ले जाने वाले एशिया, पश्चिम एशिया एवं अफ्रीका के शरणार्थियों एवं प्रवासियों की अप्रत्याशित संख्या पर रोक लगाने की दिशा में कार्रवाई के लिए एक ठोस अंतरराष्ट्रीय प्रयास की मांग की है.