कराची, लाहौर: अचानक आयी बाढ़ पंजाब, सिंध और खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के कुछ हिस्सों में अभी भी भारी तबाही मचा रही है और अब तक बारिश और बाढ़ ने कम से कम 50 लोगों की जान ली है. दूसरी ओर देश की औद्योगिक राजधानी कराची में लगातार जलभराव से स्थिति खराब होती जा रही है. पाकिस्तान के सबसे बड़े, 1.8 करोड़ आबादी वाले शहर कराची में मूसलधार बारिश से मरने वालों की संख्या आज 21 पहुंच गई. दूसरी ओर सरकार और स्थानीय प्रशासन की भीषण बाढ़ से निपटने की कोशिशें नाकाम हो रही हैं और कई लोगों के लापता और घायल होने की भी सूचना है.
मौसम विभाग और आपदा बचाव अधिकारियों के मुताबिक कल भी मूलसाधार बारिश होने और बाढ़ की आशंका है. प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने बताया कि खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी-पश्चिमी भाग में अचानक आयी बाढ़ और मूसलाधार बारिश ने 21 लोगों की जान ली है और कई लोग घायल हो गए हैं. बड़ी संख्या में लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है.
बाढ़ का सबसे प्रतिकूल प्रभाव कराची पर पड़ा है.बारिश के कारण मलिर और सुरजनी नदियों के किनारे टूट जाने के कारण मलिर कस्बे के विभिन्न इलाकों, सुरजनी, मयमार, ल्यारी में पानी भर गया है. विभिन्न रिहायशी इलाकों में पानी भरने के कारण लोगों का खासी समस्याएं हो रही हैं.
जिओ न्यूज की खबर के अनुसार, कल से अभी तक और 24 लोगों की जान गई है और 136 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.