Pakistan Propaganda: पाकिस्तान एक बार फिर इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के मंच का इस्तेमाल कर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश में नाकाम रहा है. इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में OIC की संसदीय यूनियन की बैठक में पाकिस्तान ने कश्मीर को लेकर भारत विरोधी प्रस्ताव पेश करने की कोशिश की. हालांकि, मेजबान देश इंडोनेशिया के साथ-साथ बहरीन और मिस्र ने इसका विरोध कर दिया.
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने भारत को बदनाम करने के इरादे से इस प्रस्ताव में तीखी भाषा का इस्तेमाल किया था. लेकिन जब इंडोनेशिया, बहरीन और मिस्र ने इसका विरोध किया तो पाकिस्तान को प्रस्ताव की भाषा नरम करनी पड़ी. अंततः प्रस्ताव में भारत का जिक्र बहुत संतुलित और संयमित भाषा में किया गया, जबकि इजरायल की गाजा में सैन्य कार्रवाई की कड़ी निंदा की गई.
इसे भी पढ़ें: पुरुष महिलाओं से 5 इंच लंबे क्यों होते हैं? जानें वैज्ञानिक कारण
यह घटना भारत और इंडोनेशिया के बीच मजबूत होते रिश्तों को दर्शाती है. हाल ही में इंडोनेशिया ने भारत को दो इस्लामिक स्टेट आतंकियों अब्दुल्ला फैज और तल्हा खान को सौंपा था, जिन्हें मुंबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया. इससे पहले इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुबियांतो भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे. उन्होंने भारत के अनुरोध पर पाकिस्तान दौरे को टाल दिया था और भारत में अधिक समय बिताया था.
इंडोनेशिया लंबे समय से कश्मीर मुद्दे पर भारत के पक्ष में रुख अपनाता रहा है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी इंडोनेशिया ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की थी. इसी तरह, बहरीन और मिस्र के साथ भी भारत के संबंध हाल के वर्षों में बेहतर हुए हैं, खासकर व्यापार और कूटनीति के क्षेत्र में. OIC बैठक में पाकिस्तान की यह नाकामी दिखाती है कि अब मुस्लिम देशों का एक वर्ग उसके भारत विरोधी एजेंडे से खुद को अलग कर रहा है.
इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान ने किया हवाई हमला, 4 बच्चों की मौत, 5 लोग घायल, देखें वीडियो