नयी दिल्ली/काबुल : अमेरिका की ओर से शुक्रवार को अफगानिस्तान में पाकिस्तान से सटे नंगरहार में मदर ऑफ ऑल बॉम्ब्स गिराये जाने के बाद आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने दावा किया है कि इस हमले में उसे कोई नुकसान नहीं हुआ है. हालांकि, इसके पहले अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने यह दावा किया था कि अमेरिका की ओर से किये गये हमले में आईएस के करीब 36 चरमपंथी मारे गये हैं और उनका कई ठिकाना ध्वस्त हो गया है. बीबीसी हिंदी में प्रकाशित खबर के अनुसार, आईएस की समर्थक एजेंसी अमाक पर जारी किये गये एक बयान में अमेरिकी हमले में आईएस को किसी भी रतह का नुकसान होने से इनकार किया गया है.
ISIS पर अमेरिका का सबसे बड़ा हमला, गिराया 10 हजार किलो वजनी बम, 36 आइएस आतंकी ढेर
हालांकि, इसके पहले अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सेना के प्रमुख जनरल जॉन निकॉल्सन ने कहा है कि ये बम पूर्वी अफगानिस्तान में स्थित चरमपंथियों के ठिकाने के लिए सबसे बेहतरीन हथियार था. उन्होंने कहा कि इस हमले में 300 मीटर लंबी सुरंग और गुफाओं में बनाये गये आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया है. जनरल निकॉल्सन ने कहा कि घटनास्थल पर अमेरिकी सुरक्षाबल मौजूद हैं और आम नागरिकों के हताहत होने के सबूत और खबरें नहीं मिली हैं.
वहीं, अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने इस बात की पुष्टि की है कि अमेरिका का यह हमला उनकी सरकार के साथ तालमेल से किया गया है. इसमें आम नागरिकों को किसी भी तरह का नुक़सान नहीं होने देने के लिए काफी ध्यान रखा गया है.