वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कट्टरपंथी इस्लामी जिहादियों को कडा संदेश दिया है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका और उसके सहयोगी ‘‘विनाश के पुजारी और मौत का जश्न मनाने वाली ताकतों’ को वे धूल चटाने का काम करेंगे. आव्रजन प्रतिबंध का बचाव करते हुए ट्रंप ने कहा कि वह उन्हें (आतंकवादियों को) देश में पैर जमाने नहीं देंगे. ट्रंप ने पश्चिम एशिया एवं मध्य एशिया समेत एक क्षेत्र की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सेंट्रल कमांड की पहली यात्रा के दौरान कहा, ‘‘हम ऐसे शत्रु के खिलाफ लड रहे हैं जो मौत का जश्न मनाता है और विनाश की पूजा करता है.’
ट्रंप ने कहा, कि आईएसआईएस विश्वभर में लोगों पर अत्याचार करने और नरसंहार करने की मुहिम चला रहा है. सेंट्रल कमांड इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले अभियान में एक अहम भूमिका निभाता है. अमेरिका के कमांडर इन चीफ ट्रंप ने थलसेना, नौसेना, वायुसेना एवं मरीन के बलों के साथ भोज के बाद ये टिप्पणियां कीं. उन्होंने कहा, ‘‘कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी हमारे देश पर हमला करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जैसा उन्होंने 9-11 के दौरान किया था, जैसा उन्होंने बॉस्टन, ओरलांडो, सैन बर्नार्डिनो और पूरे यूरोप में किया है. आपने देखा कि पेरिस और नीस में क्या हुआ। पूरे यूरोप में यह हो रहा है. यह इस हद तक हो रहा है कि इसकी सूचना भी नहीं दी जा रही.’ ट्रंप ने अमेरिकी मीडिया की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि ‘‘अत्यंत बेईमान प्रेस’ आतंकवाद की घटनाओं की जानकारी नहीं देना चाहती.
उन्होंने अपने कमांडरों से कहा, ‘‘उनके पास इसके लिए अपने कारण हैं और आप यह समझते हैं.’ ट्रंप ने कहा, ‘‘इसलिए हम मौत और विनाश करने वाली इन ताकतों को पूरी तरह एकजुट आवाज में संदेश देना चाहते हैं. अमेरिका और इसके सहयोगी आपको शिकस्त देंगे. हम उन्हें हराएंगे. हम कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद को हराएंगे और हम उसे अपने देश में जडें नहीं जमाने देंगे.’
उन्होंने मुस्लिम बहुल सात देशों के लोगों को अमेरिका में प्रवेश करने से रोकने के शासकीय आदेश को अमेरिकी संघीय अदालत द्वारा रोके जाने का स्पष्ट जिक्र करते हुए कहा कि देश को मजबूत कार्यक्रमों की आवश्यकता है ताकि ‘‘जो लोग हमें प्यार करते हैं और हमारे देश से प्यार करना चाहते हैं और जो हमारे देश से प्यार करेंगे, उन्हें भीतर आने की अनुमति हो.’ उन्होंने तालियों की गडगडाहट के बीच कहा, ‘‘उन लोगों को भीतर आने की अनुमति नहीं हो, जो हमें और हमारे देश को नष्ट करना चाहते है.’ ट्रंप ने कहा कि स्वतंत्रता, सुरक्षा और न्याय की जीत होगी.
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन ने देश के नाम अपने पहले संदेश में लिखा था कि ‘युद्ध के लिए तैयार रहना, शांति बनाए रखने के सबसे प्रभावशाली साधनों में से एक है’.’ ट्रंप ने रोनाल्ड रीगन का भी जिक्र करते हुए कहा कि करीब 200 साल बाद उन्होंने (रीगन ने) कहा कि ‘‘बुद्धिमत्ता कुछ अत्यंत मजबूत शब्दों के साथ आती है. ताकत के जरिए शांति.’ उन्होंने कहा कि अमेरिकी सेना ‘‘हमें बहुत मुश्किल दौर में’ शांति स्थापित करने की ताकत देती है. ‘‘हम आपके पीछे खडे हैं. हम आपके अभियान को समर्थन देते हैं.’